कस्टम विभाग ने सोमवार को केरल गोल्ड स्मगलिंग केस की एक आरोपी स्वप्ना सुरेश के बयान की एक प्रति अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट (आर्थिक अपराध) को सौंपी है। यह पहली बार है कि कस्टम द्वारा सोने की तस्करी के मामले में एक अभियुक्त द्वारा दिए गए बयान की प्रति प्रस्तुत की हो। सीलबंद लिफाफे में 32 पेज का बयान कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले, कस्टम ने सुरेश से पांच दिनों के लिए पूछताछ की थी।
इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को केरल में छह स्थानों पर हाई-प्रोफाइल सोने की तस्करी के मामले में खोज की। एजेंसी ने पिछले तीन दिनों में मामले में छह ताजा गिरफ्तारियां भी कीं। एनआईए, जो राजनयिक चैनलों के माध्यम से राज्य में सोने की तस्करी से संबंधित हाई-प्रोफाइल मामले की जांच कर रही है, ने कहा कि अब तक इसने 10 आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि सीमा शुल्क विभाग ने तिरुअनंतपुरम हवाईअड्डे पर पांच जुलाई को करीब 15 करोड़ रुपये के 30 किलोग्राम सोने की तस्करी का पर्दाफाश किया था। सोना संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के महावाणिज्य दूत के नाम पर एयर कार्गो में छिपाकर भेजा गया था। मामले के मुख्य आरोपित पीएस सारिथ, स्वप्ना सुरेश व संदीप नैयर की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। तस्करी में स्वप्ना का नाम आने और उससे संबंध जाहिर होने पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के पूर्व प्रधान सचिव व आइटी विभाग के तत्कालीन सचिव एम. शिवशंकर को निलंबित कर दिया गया था।
बता दें कि सोना तस्करी मामले में भाजपा राज्य की विजयन सरकार पर हमलावर है। तस्करी के खिलाफ केंद्रीय मंत्री व भजापा नेता वी. मुरलीधरन ने दिल्ली में अपने आवास पर एक दिन का उपवास रखते हुए मुख्यमंत्री विजयन से इस्तीफे की मांग की। राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा ने गत दिवस भूख हड़ताल की श्रृंखला शुरू की है जो 18 दिनों तक चलेगी।