भगवान सत्यनारायण की पूजा तो हर घर में होती ही है। सत्यनारायण का पूजन महीने में एक बार पूर्णिमा के दिन करना चाहिए। इनकी पूजा में सबसे मुख्य तीन चीज होती है केला, दूध और गेहूं।
यह तीनों प्रसाद के रूप में भगवान को अर्पित किए जाते है। शास्त्रों में केला बहुत ही शुद्ध फल माना जाता है। जिस प्रकार भगवान विष्णु अयोनिज हैं उसी प्रकार केले का फल भी बीज से पैदा नहीं होता।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार केले का फल सत्यनारायण भगवान को इसलिए पसंद है क्योंकि इस पर गुरु ग्रह का प्रभाव होता है। भगवान विष्णु को दूध भी बहुत पसंद है इसलिए उनकी पूजा में उन्हें दूध से स्नान कराया जाता है। दूध और केले को मिलाकर भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के किसी भी व्रत में चावल उपयोग नहीं होता क्योंकि एकादशी के दिन चावल नहीं खाया जाता है। विष्णु भगवान की पूजा में गेहूं का दान दिया जाता है। गेहूं को दान करने से ये सोने के दान का फल देता है। इसलिए ये भगवान को पूजा प्रसाद के रूप में चढ़ता है।