अंतर्राष्ट्रीय स्तर से मिले मिश्रित संकेतों के बीच घरेलू बाजार में पीली धातु में लगातार 3 दिन की तेजी के बाद खुदरा ग्राहक वैवाहिक सीजन में भी सर्राफा बाजार से दूर रहे। इससे दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 800 रुपए लुढ़ककर 28,450 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। चांदी भी औद्योगिक मांग में आई कमी से 300 रुपए लुढ़ककर 40,950 रुपए प्रति किलोग्राम बिकी।
विश्लेषकों की राय में दोनों कीमती धातुओं के दाम में उतार-चढ़ाव से खरीदार दुविधा में है वे उचित समय का इंतजार कर रहे हैं कि जब कीमतों में स्थिरता आए तो वे खरीदारी करें। इसके साथ ही सोने के आयातक भारी मात्रा में सोने का आयात नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि आगामी बजट में सोने के आयात शुल्क में कटौती की जा सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों पर इसका भी दबाव है। गत दिसंबर में आयातकों ने वर्ष 2015 के समान माह की तुलना में 71 फीसदी कम सोना आयात किया है। आयातकों पर नोटबंदी का दबाव भी है। लंदन और न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, सोना हाजिर 0.78 डॉलर चमककर 1,196.65 डॉलर प्रति औंस पर रहा। हालांकि, फरवरी का अमरीकी सोना वायदा 4.80 डॉलर लुढ़ककर 1,195.0 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
अमरीका में कर दर में कटौती तथा बुनियादी ढांचों में अधिक निवेश करने के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों से डॉलर और अमरीकी शेयर बाजार में तेजी का रुख है जिससे निवेशक सोने की बजाय शेयरों में पैसा लगाना अधिक पसंद कर रहे हैं। इस बीच लंदन में चांदी हाजिर भी 16.76 डॉलर प्रति औंस पर अपरिवर्तित रही।