भारत के लोगों में चीन के प्रति बढ़ते आक्रोश और चीनी सामान के बहिष्कार के बीच चीन ने ‘द्विपक्षीय मैत्री एवं सहयोग संधि के साथ’’ मुक्त व्यापार समझौते का सुझाव दिया है। ताकि दोनों एशियाई देशों के बीच संबंधों को व्यापक प्रोत्साहन दिया जा सके। दोनों देशों के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है। भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने ‘मैत्री एवं सहयोग संधि’ और एफटीए प्रस्तावों पर विचार करने के दौरान नई दिल्ली और बीजिंग के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेदों को ‘परिवार के भीतर’ का मामला करार दिया और द्विपक्षीय संबंधों के भविष्य के बारे में आशावादी रख जताया। दोहरे प्रस्तावों को ‘महत्वाकांक्षी’ करार देते हुए लुओ ने कहा कि दोनों देशों के लिए सही समय है कि वे दशकों पुराने अपने लंबित सीमा मुद्दे का समाधान करने में शुरूआती लाभ लें।