दिल्ली हिंसा के दौरान आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी हसीन उर्फ सलमान को आज कड़कड़डूमा अदालत में पेश किया गया.
जहां से उसे 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने अदालत के समक्ष दलील दी कि हमें हसीन से पूछताछ करनी है कि आखिर उसने हत्या में प्रयुक्त हथियार कहां फेंका? उसके अन्य साथी कहां हैं और उसके और ताहिर हुसैन के बीच क्या तालमेल है?
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम आज दोपहर लगभग 12:00 बजे के पहले हसीन को कड़कड़डूमा अदालत परिसर में लेकर पहुंची. सुरक्षा कारणों से हसीन को मेन गेट से न ले जाते हुए लॉकअप के रास्ते कोर्ट में ले जाया गया.
जिसके बाद उसे उत्तर पूर्वी जिले के सीएमएम की अदालत में पेश किया गया. यहां से हसीन को क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया. उसके बाद उसे एक बार फिर से उसी अदालत में पेश किया गया. जहां पर एसआईटी के जांच अधिकारी ने अदालत के सामने कहा कि हसीन उर्फ सलमान आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या करने वालों में से एक है.
जांच अधिकारी ने कहा कि यह ऐसा शख्स है जिसने अंकित शर्मा की हत्या करने की बात स्वीकार की है और यह कहा है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अंकित शर्मा पर चाकू और लाठी-डंडों से वार किया था.
हमें इसकी पुलिस हिरासत की आवश्यकता है, क्योंकि हमें इसके अन्य साथियों का पता लगाना है. इसके अलावा ताहिर हुसैन और इसके बीच में क्या संपर्क है, यह भी पता लगाना है.
संभव हुआ तो ताहिर हुसैन और हसीन का आमना सामना भी कराना है. इसके अलावा क्या किसी तरह की कोई फंडिंग भी की जा रही थी, यह भी पता करना है. पुलिस ने यह दलील देते हुए हसीन की कस्टडी मांगी.
अदालत ने में हसीन को 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का फैसला लिया. जिसके बाद जांच अधिकारी ने एक बार फिर से गुजारिश करते हुए 1 दिन की मोहलत और बढ़ाने के लिए कहा.
साथ ही कहा कि हमें बैंक में भी जा कर यह पता लगाना है कि क्या कहीं से फंडिंग का पैसा भेजा जा रहा था या नहीं? इस पर सीएमएम ने कहा कि बैंक में तो आप जा सकते हैं, ऐसे में हसीन को एक दिन की और हिरासत में भेजने का कोई औचित्य नहीं है. अगर आने वाले समय में जरूरत पड़ती है तो फिर उसकी हिरासत और बढ़ाई जा सकती है.