नोटबंदी के बाद लोगों को कैशलेस पेमेंट कैसे करते हैं जोरदार तरीके से सिखाया जा रहा है लेकिन लोगों को इस सुविधा की वजह से अलग ही परेशानीयोँ का सामना करना पड़ रहा है।
एक युवक ने ट्रेन में सफर करन के लिए 1316 रुपए का टिकट बुक कराया, भुगतान क्रेडिट कार्ड से किया गया था। अगर वह रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पर जाकर यह टिकट बुक कराते तो 1290 रुपए ही लगते। नोटबंदी के इस दौर में कैशलेस भुगतान करने का एक सच यह भी है कि आप नकदी बचाकर हकीकत में ज्यादा खर्च कर बैठते हैं। इस मामले में विकास को 26 रुपए की चपत लगी। डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के जरिए भुगतान करने पर विकास को 11 रुपए ज्यादा देने होते।
सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट विराग गुप्ता कहते हैं, “यह सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्रेडिट कार्ड से भुगतान कर रहे हैं या डेबिट कार्ड से. कार्ड कौन सी कंपनी मुहैया करा रही है और उसने बिज़नेस प्लेटफॉर्म से किस तरह का करार कर रखा है। कैशलेस की अपील से प्रभावित होकर नेशनल पेंशन स्कीम में 5000 रुपए ऑनलाइन जमा कराने पर अमित को 57 रुपए का झटका लगा।