दुनिया भर में कैब इंडस्ट्री का पर्याय बन चुके उबर के सफर की शुरुआत उसकी कामयाबी से भी दिलचस्प है। कभी इस कंपनी की शुरुआत 9.99 अमेरिकी डॉलर यानी करीब 650 रुपए में हुई थी।
फिलहाल इस कंपनी की वैल्यू करीब 62.5 अरब डॉलर यानी करीब 4,20,390 करोड़ रुपए की है। कंपनी के सीईओ और को-फाउंडर ट्रैविस कलैनिक ने दिल्ली में TiE ग्लोबल समिट को संबोधित करते हुए कहा, ‘जब हम कंपनी का नाम रखने के लिए परेशान थे, तब ऑनलाइन सर्च किया और Uber Cab नाम सामने आया। हमने इस डोमेन को 9.99 डॉलर में खरीद लिया। हालांकि तीन महीने बाद सैन फ्रांसिस्को प्रशासन की ओर से हमें तीन महीने के लिए जेल में डलवाने की धमकी दी गई क्योंकि ‘Cab’ शब्द के इस्तेमाल को लेकर कन्फ्यूजन था। हमने इसे बंद कर दिया और कंपनी की उबर के नाम से दोबारा ब्रैंडिंग की।’
यह सिर्फ एक मौका नहीं था, जब उबर के सीईओ को कानूनी कार्रवाई की धमकी दी गई। कलैनिक ने जब Scour नाम से अपना पहला स्टार्टअप शुरू किया था, तब भी दुनिया की 33 बड़ी मीडिया कंपनियों ने उनके खिलाफ 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर का केस फाइल कर दिया था। इसके बाद फाइल शेयरिंग वेबसाइट प्री-नैप्सटर ने भी उनके खिलाफ मुफ्त में कॉन्टेंट शेयर करने के आरोप में केस दर्ज कराया था। इस पर हंसते हुए कलैनिक ने बताया, ‘इस मुकदमे से बचने के लिए हमने रणनीतिक कदम उठाया और कंपनी को दिवालिया घोषित कराने का फैसला लिया।’ हालांकि उनके लिए यह भावुकता पूर्ण फैसला था, जब उन्हें अपनी कंपनी को अदालत में दिवालिया घोषित करना पड़ा।
मुकदमों के अलावा कलैनिक को और भी कई मुसीबतों को सामना करना पड़ा। कलैनिक ने 9/11 हमले के बाद रेडवुश नाम से अपना दूसरा स्टार्टअप शुरू किया था। वह इस स्टार्टअप के लिए फंड जुटाने की कोशिशों में थे, इसी बीच उनके पार्टनर ने उन्हें धोखा दे दिया और उनकी टीम के ही कुछ लोगों को तोड़ लिया। कलैनिक ने बताया, ‘हम कुछ निवेशकों के साथ बातचीत में थे। एक मीटिंग के लिए मैं अपने को-फाउंडर को भी साथ लाया। लेकिन कुछ वक्त बाद ईमेल प्राप्त हुआ कि वह निवेशकों के लिए काम करने को तैयार नहीं है और कुछ लोगों को भी अपने साथ ले गए। ‘कलैनिक ने कहा कि इस घटना से वह इतने टूट गए कि बिल्डिंग से बाहर निकले और इमारत के सामने जाकर घास में बैठ गए। उन्होंने कहा कि मैं कुछ सोच भी नहीं पा रहा था, यहां तक कि सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। कलैनिक ने कहा कि इन समस्याओं के बाद भी मैं आगे बढ़ पाया तो इसकी वजह थी, ‘चैंपियन माइंडसेट’। कलैनिक ने कहा, ‘जब कभी आप गिर जाएं तो उठने की जरूरत होती है। यदि आप ऐसा कर लेते हैं तो फिर आपके लिए दोबारा फेल होना खासा मुश्किल होता है।’