वैसे तो यह बात हम सभी को पता है कि आज कल हर कोई टिकटॉक वीडियो बनाने में मसगुल है और इससे कई लोगो को एक अच्छा प्लेटफॉर्म मिला है. पर वही कही न कही ये जुर्म को भी हवा दे रहा है, हाल ही में ऐसा ही कुछ मुद्दा सामने आया है, यूपी के आजमगढ़ में महिलाओं की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर फिर वीडियो बनाकर उसे टिकटॉक पर पोस्ट करने के आरोप में पुलिस ने एक 12वीं के छात्र को गिरफ्तार किया है. पीड़ित महिलाओं द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद आजमगढ़ पुलिस ने 18 साल के आरोपी पंकज साहनी को बीते मंगलवार को गिरफ्तार किया जा चुका है.
जंहा आरोपी युवक ने पुलिस बताया कि वह एक शादी में शामिल होने के दौरान पीड़ितों से मिले थे. वही उसने कुछ तस्वीरें लीं और तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर उसने फर्जी अकाउंट बनाकर फेसबुक और टिकटॉक पर पोस्ट किया था. आरोपी की गिरफ्तारी से खुलासा हुआ है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किस हद तक गोपनीयता और सुरक्षा में सेंध लगाई जानी चाहिए. मिली जानकारी के अनुसार आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने कहा, “हम टिकटॉक को इस मामले में एक सख्त नोटिस भेज रहे हैं.
हम इस बात का ब्योरा मांग रहे हैं कि वे अपने मंच पर आपराधिक गतिविधियों की जांच कैसे कर रहे हैं? वे कैसे यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनके प्लेटफॉर्म पर कोई आपत्तिजनक या अश्लील सामग्री अपलोड नहीं हो. जंहा उन्होंने आगे कहा, “मैंने टिकटॉक से उन कदमों के बारे में स्पष्ट करने के लिए कहा है कि इस तरह के आपराधिक कृत्य के मामले में कंपनी क्या कदम उठा रही है. इसके साथ ही यह भी पूछा गया है कि टिकटॉक के खिलाफ क्यों न आईटी अधिनियम 2009 (संशोधित) की धारा 3(2)(सी) और धारा 85 के तहत मुद्दा दर्ज किया जाना चाहिए.
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साइबर कानून और ई-सुरक्षा विंग ने पहले से ही टिकटॉक के संचालकों को उन विषयों का जवाब देने के लिए एक सख्त नोटिस भेजा है जिनका उपयोग भारत विरोधी और गैरकानूनी गतिविधियों के लिए होना चाहिए.