वैसे तो दुनिया में कई खोज की जा चुकी है पर हर बार कुछ अगल ही सामने आया है. पर इस बार वैज्ञानिकों द्वारा की गई खोजबीन के चलते उनके हाथ कुछ इसक लगा, जिसने उन्हें भी हैरान कर दिया. कुछ ऐसा ही हुआ है मेक्सिको के मेडेरिया के चोलुल जिले में, जहां कुछ वैज्ञानिक 2034 वर्ग फीट क्षेत्र में फैली 91 फीट गहरी समुद्री गुफा में गए थे. वहां उन्हें 15 ऐसे अवशेष मिले हैं, जो 25 लाख साल पुराने बताए गए है. खोजकर्ताओं के का कहना है कि जो अवशेष मिले हैं,
उसमें 13 अलग-अलग प्रजातियों की शार्क के दांत हैं. ये अनोखी खोज गुफाओं का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक विलिचिस जपाटा और फोटोग्राफर एरिक सोसा रोड्रिग्यूज ने की है. वही मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैज्ञानिक विलिचिस जपाटा ने कहा है कि वो और उनके सहयोगी एरिक समुद्र के अंदर गुफा की दीवार को देख रहे थे, तभी उनकी नजर कुछ नुकीली चीजों पर पड़ी. जब उन्होंने पास जाकर देखा तो पता चला कि वो दांत हैं. जिसके बाद वो सभी 13 दांतों को निकाल कर परीक्षण के लिए ले आए, जंहा तब पता किया गया कि असल में ये दांत प्रागैतिहासिक काल की शार्क प्रजातियों के हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि ये दांत शार्क की एक विशेष प्रजाति मेगालोडॉन के हैं, जिसके दांत आरी जैसे होते थे. जंहा वैज्ञानिकों के मुताबिक, इन दांतों की खोज से पता चलता है कि 25 लाख साल पहले समुद्र के नीचे जीवन मौजूद था. दरअसल, इन अवशेषों को जॉक, सेनॉट नाम दिया गया है. माया सभ्यता में जॉक का मतलब शार्क होता था, जबकि सेनॉट का मतलब प्राकृतिक गहराई से जुड़ा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार वैज्ञानिकों को दांतों के अलावा जीवाश्म भी मिले हैं जो किसी विलुप्त जानवर और मानव हड्डियों के हो सकते हैं. ये सभी अवशेष गुफा की दीवारों पर धसें हुए पाए गए है.