व्यवस्था साल 2017 में शुरू किए जाने की उम्मीद है। यह ट्रायल के रुप में इसकी शुरूआत देश के 6 चुनिंदा डाकघरों में ये सर्विस दी जाएगी। डाकघर टीसीएस कंपनी के साथ मिलकर ये प्रोजेक्ट चलाएंगे। अगर आपके फार्म में कोई गल़ती नहीं है तो ज्यादा से ज्यादा 15 दिनों में आपको पासपोर्ट मिल जाएगा।
डाकघर में ही फिंगर प्रिंट, रेटिना स्कैन, वेरिफिकेशन जैसी महत्वपूर्ण औपचारिकताएं की जा जाएंगी। पहले लोगों को आवेदन के बाद काफी समय तक पासपोर्ट कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे और लाइनो में लगना पड़ता था। वेरिफिकेशन के लिए पुलिस स्टेशन के चक्कर भी लगाने पड़ते थे।
– इच्छुक आवेदनकर्ता डाकघर पहुंचेगा, जहां कर्मचारी आवश्यक दस्तावेज जांच कर ऑनलाइन आवेदन करेगा।
– ऑनलाइन फार्म जमा होने के बाद अपॉइंटमेंट तिथि जनरेट होगी, जिसकी सूचना उपभोक्ता तक पहुंचाई जाएगी।
– आवेदनकर्ता को फीस के अलावा प्रति फार्म निर्धारित शुल्क देना होगा।
– इसके बाद की प्रक्रिया आवेदनकर्ता और पासपोर्ट कार्यालय के बीच होगी।