प्रदेश के विभिन्न जिलों से पुलिस कस्टडी और जेल से फरार 53 शातिर बदमाशों की तलाश में यूपी पुलिस लग गई है। इन फरार अपराधियों में कोई हत्या का आरोपी है तो कोई लूट, डकैती, रेप और चोरी का।
कोई कचहरी परिसर और अस्पताल से भागा है तो कोई जेल से ही फरार हो गया है। इस सूची में गोरखपुर जोन के बस्ती रेंज अंतर्गत सिद्धार्थनगर से एक और बस्ती से फरार दो कैदी शामिल हैं। डीजीपी के आदेश पर आईजी रेंज बस्ती आशुतोष कुमार ने भी तीनों जिलों के कप्तानों को गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
पुलिस मुख्यालय लखनऊ से जारी सूची के मुताबिक कुल 53 में जेल से नौ और पुलिस कस्टडी से 44 बदमाश भागे हैं। सर्वाधिक चार बदमाश रामपुर से भागे हैं। लखनऊ, कानपुर नगर, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, इलाहाबाद, मथुरा और गाजियाबाद से तीन-तीन कैदी भागे हैं। बस्ती, सहारनपुर, उन्नाव, गाजीपुर, बदायूं, बाराबंकी और आगरा से दो-दो बदमाश फरार हुए हैं।
इसके अलावा सिद्धार्थनगर, फतेहगढ़, हरदोई, आजमगढ़, कौशांबी, फैजाबाद, रायबरेली, हमीरपुर, फतेहपुर, बरेली, वाराणसी, सीतापुर, मिर्जापुर, मैनपुरी, मेरठ, इटावा और सोनभद्र से एक-एक कैदी भागे हैं।
जानकर हैरानी होगी कि सुरक्षा की दृष्टि से सर्वाधिक सुरक्षित माने जाने वाले सेंट्रल जेल नैनी इलाहाबाद से राजू बसोर, सलीम और प्रिंस अग्रवाल तथा सेंट्रल जेल फतेहगढ़ से बदन सिंह फरार हैं। डीजीपी के आदेश के बाद एसटीएफ ने नैनी सेंट्रल जेल से फरार पचास हजार रुपये के इनामी प्रिंस अग्रवाल को मंगलवार को उत्तराखंड से दबोच लिया।
बस्ती से रेंज फरार हैं तीन कैदी
- 27 अप्रैल 2016 को छावनी थानांतर्गत गौरियानैन में दिनदहाड़े मुठभेड़ में स्वॉट टीम ने शातिर अपराधी रामकुमार को मार गिराया था। इस दौरान उसका साथी कमलेश मांझी जांघ में गोली लगने से घायल हो गया था। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 30 अप्रैल 2016 को वह पुलिस कस्टडी से फरार हो गया।
- जिला कारागार सिद्धार्थनगर में बंद साबिर उर्फ भूरा निवासी जनधेरी कैराना सिद्धार्थनगर 05 मई 2017 को कचहरी से पुलिस कस्टडी से फरार हो गया।
- मंडलीय कारागार बस्ती में बंद मुनीफ निवासी कासमी कालोनी वक्फ दारुल उलूम देवबंद सहारनपुर को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में एडमिट कराया गया था। 29 अप्रैल 2018 को पुलिस को चकमा देकर वहां से फरार हो गया।
बस्ती रेंज में पुलिस कस्टडी से फरार बदमाशों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आदेश तीनों जिलों के कप्तानों को दिया गया है। भगोड़ों पर इनाम भी घोषित किया गया है। जल्द ही सभी सलाखों के पीछे होंगे।