एक बच्चे के लिए जितना उसकी मां महत्वपूर्ण होती है उतनी ही ऐहमियत पिता की होती है। पिता के हाथों को पकड़ कर ही नन्हा सा बच्चा चलना सिखता है। और अगर वो औलाद ही ऐसा कुछ कर दें की अगर बाप-बेटे का रिष्ता तार-तार हो जाए
बथनाहा थाने के बथनाहा वार्ड 2 में गुरुवार की शाम एक ऐसा मामला सामने आया है की हैवानियत भी शर्मा जाए। दरअसल एक लड़के ने अपने ही पिता पर केरोसिन उडेल कर आग लगा दी। चीखने-चिल्लाने पर पहुंचे परिजनों और पड़ोसियों ने पिता को बचाया और गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया।
घटना का कारण पिता द्वारा उसकी पत्नी और बेटे को मायके पहुंचा देना बताया जाता है। बेहोशी की हालत में होने से पिता का बयान पुलिस दर्ज नहीं कर सकी है। वैसे पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है। जानकारी के अनुसार, संजय साह मुंबई में पिकअप वैन चलाता है। वहीं उसका बड़ा बेटा टुन्नू साह मुंबई में ही आलू-प्याज बेचता है।
बता दें कि पहले बाप-बेटे साथ ही में रहते थे। करीब 4 साल पहले टुन्नू की शादी आशा देवी के साथ हुई। इसके बाद दोनों मुंबई में ही अलग-अलग रहने लगे। दो महिने पहले टुन्नू ने किसी बात को लेकर अपनी पत्नी को प्रताड़ित करना शुरू किया। जब इसकी जानकारी संजय को मिली तो उसने अपने बेटे को समझाया। जब वह अपनी हरकत से बाज नहीं आया तो संजय ने अपनी बहू और उसके 2 साल के बेटे को मायके लाकर पहुंचा दिया। तो वही 4 दिन पहले टुन्नू मुंबई से घर आया।
इधर गुरुवार को संजय भी घर लौटा। ज्योंही अपने दरवाजे पर पहुंचा और बैग को कंधे से उतारकर रखा। बेटा टुन्नू उससे मारपीट पर उतारू हो गया। जब तक वह कुछ समझता टुन्नू घर के अंदर जाकर केरोसिन का गैलन ले आया और संजय के शरीर पर केरोसिन उडेल कर माचिस की जलती हुई तीली फेंक भाग निकला। इससे उसके शरीर का करीब पचास फीसद हिस्सा जल गया। परिजनों ने पहले उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
बथनाहा के प्रभारी थाना अध्यक्ष गंगा शरण ने बताया कि बयान दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर, जख्मी संजय का इलाज कराने साथ में आए उसके पुत्र नीरज और छोटू कुमार ने बताया कि उसके पिता औऱ भाई 7 साल से मुंबई में रहकर काम करते हैं। विवाद का कारण भाभी को मायके पहुंचा देना है।