भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या निजी एयरलाइंस के हालात से दुखी है. इसी कारण माल्या की तरफ से जेट एयरवेज को बचाने के लिए बैंकों से अपील की जा रही है. माल्या ने अब वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज को मदद नहीं मिलने पर दुख जताया है. भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या निजी एयरलाइंस के हालात से दुखी है. इसी कारण माल्या की तरफ से जेट एयरवेज को बचाने के लिए बैंकों से अपील की जा रही है. माल्या ने अब वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज को मदद नहीं मिलने पर दुख जताया है. विजय माल्या ने बुधवार सुबह अपने ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक चार ट्वीट किए. माल्या ने कहा, ‘मैं अपने प्रस्ताव को फिर से दोहराता हूं कि बैंकों का पूरा कर्ज चुका दूंगा.
लेकिन, बैंक और सरकार जेट एयरवेज की मदद क्यों नहीं कर रही हैं. माल्या ने कहा कि मैं चाहे लंदन में हूं या भारतीय जेल में पैसा लौटाने को तैयार हूं.’
जेट को मदद नहीं मिलने से दुखी
सहयोगी वेबसाइट www.zeebiz.com/hindi में प्रकाशित खबर के अनुसार विजय माल्या ने बुधवार सुबह पहला ट्वीट करते हुए कहा- भले ही जेट और किंगफिशर एक दूसरे के कॉम्पिटिटर थे, लेकिन एक बड़ी प्राइवेट एयरलाइन को असफलता के कगार पर देखकर दुख हुआ. जबकि, सरकार ने एयर इंडिया को बचाने के लिए 35 हजार करोड़ रुपए के सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किया. सिर्फ पीएसयू होना भेदभाव का कोई बहाना नहीं है.
‘100 फीसदी कर्ज चुकाने को तैयार’
विजय माल्या ने ट्वीट कर कहा है, ‘मैंने किंगफिशर में बहुत निवेश किया. इससे वह भारत की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा अवार्ड पाने वाली एयरलाइंस बन गई. ऐसा करने के लिए किंगफिशर ने सरकारी बैंकों से कर्ज लिया. मैं 100 फीसदी कर्ज चुकाने का प्रस्ताव दे चुका हूं. लेकिन इसके बदले मुझे अपराधी घोषित कर दिया गया है. यहीं एयरलाइंस कर्म है.’
‘जेल में रहकर भी पैसा चुकाने के लिए तैयार’
माल्या ने अपने एक और ट्वीट में कहा, मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि मैं सरकारी बैंकों को 100 फीसदी पैसा वापस करने को तैयार हूं. लेकिन, भारतीय मीडिया कह रही हैं कि मुझे यूके से भारत में प्रत्यर्पण का डर है. मैं किसी भी तरह से भुगतान करने को तैयार हूं चाहे मैं लंदन में हूं या भारतीय जेल में हूं. माल्या ने सवाल उठाया कि आखिर बैंक मुझसे पैसे क्यों नहीं लेना चाह रहे हैं?
कर्ज में क्यों हैं इतनी एयरलाइंस?
माल्या ने एक और ट्वीट में कहा- भले ही हम भयंकर प्रतियोगी थे, लेकिन मेरी सहानुभूति नरेश और नीता गोयल के लिए है, जिन्होंने जेट एयरवेज का निर्माण किया, जिस पर भारत को गर्व होना चाहिए. बेहतरीन एयरलाइन महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी और बेहतरीन सर्विस देती है. दुख की बात है कि भारत में इतनी सारी एयरलाइंस कर्ज तले दबी हैं. क्यों?
आपको बता दें, पिछले दिनों लंदन कोर्ट से विजय माल्या को झटका लगा था. भारतीय एजेंसियों की प्रत्यर्पण की याचिका के खिलाफ उनकी रिट खारीज कर दी गई थी.
इससे पहले भी विजय माल्या ने ट्विटर पर कहा था कि वह भारतीय बैंकों का पैसा लौटाने को तैयार है. लेकिन, बैंक पैसा लेने का ऑफर ठुकरा रहे हैं.