बुंदेला। मां की मौत क्या हुई गरीबी ने भी शिकंजा कस दिया और मजबूर बाप ने अपनी दो बेटियों को बेच दिया। मामला जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर बीकर गांव का है,जहां रमेश अहिरवार ने गरीबी से तंग आकर अपनी 13 और 6 साल की बेटियों को कंजरों के डेरे में दस दस हजार में बेच दिया। अब रमेश गांव से गायब है और पुलिस मामले की जानकारी जुटा रही है।
रमेश के पास ना तो काई जमीन है और ना ही कोई स्थायी काम-धंधा,वो और उसकी पत्नी किसी तरह मेहनत मजदूरी कर अपने तीन बच्चों को पाल रहे थे। एक साल पहले बीमारी से पत्नी की मौत हो गई इसके बाद रमेश के लिए अपनी दो बेटियों और एक बेटे को पालना मुश्किल हो गया। रमेश को गांव में भी मजदूरी मिलना बंद हो गई तो वो झड़िया गांव में कंजरों के डेरे पर काम करने लगा।
चाह कर भी नहीं कर पाए मदद
रमेश ने अपनी 13 साल की बेटी को झड़िया कंजर डेरा पर और 6 साल की बेटी को राजीव नगर लांच के कंजर डेरा पर 10-10 हजार रुपए में दे दिया। रमेश का दस साल का लड़का झड़िया कंजर डेरा पर ही कंजरों के साथ रहता है। गरीबी के कारण मैं चाहते हुए भी रमेश की बच्चियों को अपने पास नहीं रख सका।