आठ महीने पहले हीरानगर में ट्रेन से कटकर मारे गए जिस युवक को परिजन ने अपना मानकर उसे सुपुर्द ए खाक कर दिया था, वह अचानक जिंदा लौट आया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर ट्रेन हादसे का शिकार युवक कौन था। वहीं, जिला आयुक्त पुंछ राहुल यादव के निर्देश पर डॉक्टरों की टीम ने शव को कब्र से निकाल कर उसके नमूने लेकर डीएनए टेस्ट के लिए एफएसएल भेज दिए हैं।
रेलवे पुलिस के हीरानगर रेलवे ट्रैक पर नौ मार्च को अज्ञात शव मिला था। पुलिस ने शव को स्थानीय अस्पताल पहचान के लिए रखवा दिया था। इसके बाद मेंढर तहसील निवासी एक परिवार ने शव की पहचान अपने बेटे मुजमिम के रूप में की थी। लेकिन अब आठ महीने बाद मुजमिल घर लौट आया।
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मुजमिल को देखकर गांववासी और परिजन भी दंग रह गए। मुजमिल ने बताया कि वह काम के सिलसिले में बाहर चला गया था जिस कारण से परिवार के सदस्यों से संपर्क नहीं हो पाया। इसके बाद रेलवे पुलिस मेंढर पहुंची। सभी के बयान दर्ज किए गए। इसके बाद रेलवे पुलिस ने जिला आयुक्त पुंछ से शव का डीएनए सैंपल लेने की अर्जी दी ताकि अगर कोई व्यक्ति शव का दावा करता है तो उसका डीएनए मिलाया जा सके। इसके बाद जिला आयुक्त पुंछ ने शव को कब्र से निकाल कर डीएनए सैंपल लेने का आदेश जारी किया।