JK: आतंकी बुरहान की बरसी से पहले सेना से भिड़े पत्थरबाज, एक नाबालिग समेत 3 की मौत

जम्मू-कश्मीर में कुलगाम जिले के खुदवाणी इलाके में शनिवार की सुबह सेना के सर्च ऑपरेशन के दौरान पत्थरबाजों ने हंगामा कर दिया. हालांकि, सेना ने जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो पत्थरबाजों ने सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इस दौरान दोनों के बीच झड़प हुई और इसमें तीन नागरिकों की मौत हो गई. मृतकों में एक नाबालिग लड़की भी शामिल है. बता दें कि हिंसक झड़प के बाद कुलगाम और अनंतनाग में इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है.

वहीं, इस झड़प में 3 जवान समेत 13 से ज्यादा लोग घायल हो गए. झड़प के दौरान घायलों को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने तीन नागरिकों की मौत की पुष्टि की. सेना और पत्थरबाजों के बीच ये झड़प आतंकी बुरहान वानी की दूसरी बरसी से पहले बुलाए गए बंद के दौरान हुई. बता दें कि हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की दूसरी बरसी पर जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों ने बंद का आह्वान किया है.

सुरक्षा के मद्देनजर सेना ने पुलवामा और त्राल समेत कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है. बंद के दौरान किसी भी अनहोनी से बचने के लिए रविवार को रवाना होने वाली अमरनाथ यात्रा पर रोक लगा दी गई है. जम्मू कश्मीर के डीजीपी डॉ. एसपी वैद ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि रविवार को आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर कश्मीर बंद का आह्वान किया गया है, जिसके कारण सुरक्षा के मद्देनजर रविवार को अमरनाथ यात्रा पर रोक लगा दी गई है. इससे करीब 1000 की संख्या में अमरनाथ यात्रियों को कठुआ में रुकना पड़ा है. वहीं, 15000 हजार से ज्यादा यात्रियों को जम्मू, उधमपुर और रामबाण जिले में रोका गया है.

इंटेलिजेंस के सूत्रों के मुताबिक आतंकी बुरहान की बरसी पर आतंकी हमले से बचने के लिए जम्मू कश्मीर में श्रीनगर नेशनल हाईवे के 300 किलोमीटर के इलाके में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. इससे पहले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया, जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के प्रमुख मीरवायज उमर फारुक को उनके निगीन आवास पर नजरबंद कर दिया गया है.

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मलिक को मैसूमा में उनके घर से हिरासत में लिया गया. उन्हें मैसूमा थाने में हवालात में रखा गया है. हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी हैदरपुरा में अपने घर पर अब भी नजरबंदी में हैं. वैसे उन्हें समीप की मस्जिद में जुम्मे की नमाज पढ़ने जाने दिया गया लेकिन फिर से नजरबंद कर दिया गया.

गौर हो कि अलगाववादियों ने 8 जुलाई को घाटी में हड़ताल का आह्वान किया है. अधिकारी के अनुसार प्रशासन ने भी ग्रीष्मकालीन राजधानी के नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद के आसपास निषेधाज्ञा लगा दी और वहां जुम्मे की नमाज नहीं पढ़ने दी गयी. आतंकी वानी 8 जुलाई, 2016 को दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के कोकरनाग में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. उसके मारे जाने के बाद घाटी में लंबे समय तक प्रदर्शन हुआ था.

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