क्राइम ब्रांच को ललित के घर से मिले रजिस्टर में कुछ अजीब तरह की बातें लिखी मिली हैं। 9 जुलाई 2015 को एक पन्ने में लिखा हुआ है- ‘अपने सुधार की प्रक्रिया की गति बढ़ा दो… मैं तुम्हारा धन्यवाद करता हूं… तुम भटक जाते हो. फिर एक दूसरे की बात मानकर एक छत के नीचे आकर मेल मिलाप कर लेते हो… चार आत्माएं अभी मेरे साथ भटक रहीं हैं अगर तुम अपने में सुधार करोगे तो उन्हें भी गति मिलेगी…। तुम तो सोचते होगे कि हरिद्वार जाकर हम सब कुछ कर आएं तो गति मिल जाएगी… जैसे मैं इस चीज के लिए भटक रहा हूं, वैसे ही सज्जन सिंह, हीरा, दयानंद व गंगा देवी की आत्मा भटक रही है।’ राजस्थान में पितृ आने की कई घटनाएं हुई हैं और यह भी वही लग रहा है। दोनों भाई और ललित की पत्नी टीना के हाथ खुले थे।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि ललित पर जब पिता की आत्मा आई होगी तब उसने रजिस्टर में इस तरह की बातें लिखी होंगी। क्राइम ब्रांच उक्त चारों के बारे में भी दिनेश व उनके रिश्तेदारों से पूछताछ कर पता लगाएगी कि वे कौन हैं। रजिस्टर में आगे लिखा हुआ है कि ये मेरे सहयोगी बने हुए हैं..ये भी यही चाहते हैं कि तुम सब सही कर्म करके अपना जीवन सफल बनाओ। जब हमारे नियमित कार्य पूरे हो जाएंगे तब हम वापस लौट जाएंगे…।