प्यार में लड़ाई होना जरुरी है वरना अधूरा सा लगने लगता है। किसी भी पति-पत्नी या गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड के बीच छोटी मोटी बहस होना सामान्य बात होती है, पर कभी-कभी बहस इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि उसे खत्म करना मुश्किल हो जाता है। इसके बावजूद भी लड़के कभी भी अपनी पत्नी या गर्लफ्रेंड से बहस में नहीं जीत पाते हैं।
क्यों लड़के अपनी गर्लफ्रेंड से नहीं जीत पाते हैं:
गर्लफ्रेंड अपने पार्टनर को उसकी गलतियों के बारे में बताने लगती है। ऐसे मौके पर लड़के चाहकर भी अपनी गर्लफ्रेंड को कोई जवाब नहीं दे पाते हैं और हमेशा लड़कियां ही जीत जाती हैं।
लड़कियां हमेशा अपने पार्टनर के साथ छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा करने का मौका ढूंढती हैं। अगर आपने अपनी गर्लफ्रेंड से ऊंची आवाज में बात कर ली तो वो इस बात का भी बुरा मान जाती हैं।
जब लड़कियां बहस में हारने लगती हैं तो वह रो कर सामने वाले को कमजोर कर देते हैं। अपनी गर्लफ्रेंड के आंसू देख कर आप सारी बहस भूल कर उसे चुप कराने में लग जाते हैं।
लड़कियां एक बहुत ही अच्छी इमोशनल ब्लैकमेलर होती हैं। जब लड़कियां इमोशनल हो जाती हैं तो कोई भी लड़का हार मान लेता है।