लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दलों ने हर तरफ ‘मोहपाश’ फेंकना शुरू कर दिया है। जातीय समीकरण साधने के साथ ही भाजपा ने असंगठित मजदूरों से प्रेम जताने को उनके बीच चौपाल लगाने का निर्णय लिया तो समाजवादी पार्टी उससे दो कदम आगे बढ़ गई। सपा बूथ समितियों में मजदूरों को सदस्य बनाएगी।
सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ की बैठक रविवार को नवीन मार्केट स्थित पार्टी कार्यालय में हुई। इसमें महानगर अध्यक्ष अब्दुल मुईन खां ने कहा कि महानगर के 1451 बूथों के अध्यक्ष 30 जून तक बनाए जाने हैं। प्रकोष्ठ के नगर अध्यक्ष योगेंद्र कुशवाहा का कहना था कि नोटबंदी और बैंकों की लापरवाही के कारण निर्माण क्षेत्र से जुड़े असंगठित मजदूर बड़ी संख्या में बेरोजगार हुए हैं। हम इन्हें साथ लेकर इनके हित का मामला उठाएंगे और उसी हिसाब से रणनीति बनाएंगे। इसके लिए संगठन में भी इन्हें शामिल किया जाना चाहिए। तय हुआ कि बूथ समितियों में असंगठित मजदूरों को भी सदस्य बनाया जाएगा। प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव जयराम सिंह यादव, आशू खान, केके शुक्ला, सोमेंद्र शर्मा, रियाजुद्दीन सिद्दीकी आदि ने अपने विचार रखे।
वहीं, भाजपा इससे पहले ही तय कर चुकी है कि शहर में जहां भी प्रतिदिन असंगठित मजदूर एकत्र होते हैं, वहां कार्यकर्ता चौपाल लगाएंगे। मजदूरों से उनकी परेशानी पूछेंगे और उन्हें सरकार द्वारा उनके हित के लिए बनाई गई कार्ययोजना की जानकारी देंगे।