बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे दयाशंकर सिंह की अभद्र टिप्पणी के खिलाफ प्रदर्शन के लिए सुबह से बसपाई इकट्ठे हो गए। बसपाइयों ने लखनऊ के हजरतगंज को जाम कर नारेबाजी की और दयाशंकर की गिरफ्तारी की मांग की। पूरे प्रदेश भर से लखनऊ में बसपाई इकट्ठे हैं। प्रदर्शनकारियों की संख्मेंया लाखों तक पहुंचने की उम्मीद है, इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी का कहना है, जब तक दयाशंकर की गिरफ्तारी नहीं होती, हम प्रदर्शन करते रहेंगे। बसपा का ये ऐलान सुनकर प्रशासन और पुलिस के हाथ-पांव फूल गए।
इस विरोध-प्रदर्शन से बृहस्पतिवार को राजधानी में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था चौपट होने की आशंका है। पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने आम जनता से संभलकर निकलने और हजरतगंज की तरफ आने से बचने की अपेक्षा जताई है।
देर रात तक हजरतगंज इलाके को जाम और असुविधा से बचाने के लिए डीएम-एसएसपी तैयारियों में जुटे रहे। विधानसभा, कैसरबाग, निशातगंज और बापू भवन में भी जाम की स्थिति है।
प्रदर्शन में नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी पहुंचे। एएसपी ट्रैफिक हबीबुल हसन को हजरतगंज इलाके में लॉरेटो, ला-मार्टीनियर, कैथेड्रल और सेंट फ्रांसिस स्कूल के इर्दगिर्द बैरीकेडिंग कर वैकल्पिक रास्तों पर वाहनों का ट्रैफिक सुगम बनाए रखने के निर्देश दिए।
बता दें कि भाजपा के यूपी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने एक बयान में मायावती की तुलना वेश्या से की थी। इस बयान की पूरे देश में आलोचना की गई। भाजपा ने उन्हें पद और पार्टी से निकाल दिया साथ ही सीएम अखिलेश ने उनके खिलाफ केस दर्ज करवा दिया।
बसपाइयों ने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हंगामा किया।
हालांकि जिला प्रशासन ने नोटिस जारी किया है कि स्थिति काबू में है लोग भयभीत न हों।
बसपा के प्रदर्शन के बाद शहर में कांग्रेस का भी प्रदशर्न है, जिसे लेकर जिला प्रशासन तैयारियां पूरी होने के दावा कर रहा है हालांकि शहर में जगह-जगह जाम की स्थिति है।