प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कई ट्वीट किए, जिनमें डेडलाइन से पहले हर घर में बिजली पहुंचने का दावा किया. उन्होंने ट्वीट में लिखा, “कल हमने अपना एक वादा पूरा किया था, जिसके चलते कई भारतीयों की जिंदगी बदलने वाली है.”पीएम के ट्वीट के बाद कई मंत्रियों ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर उन्हें इस बात के लिए बधाई भी दी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत के सभी 5 लाख 97 हजार 464 गांवों तक बिजली पहुंच गई है. मई 2014 में जब नरेंद्र मोदी पीएम बने थे, तब भारत के करीब 18 हजार 452 गांवों में बिजली नहीं थी. पीएम ने 2015 में स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से कहा था कि 2018 तक सरकार देश के सभी गांवों तक बिजली पहुंचा देगी.
पीएम मोदी के दावे के बाद कई लोगों ने ट्विटर पर शिकायत की उनके गांव तक अब भी बिजली नहीं पहूंची है. इस मौके पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि 26 मई 2014 को जब मोदी ने कार्यभार संभाला तब केवल 18 हजार 452 गांवों में बिजली नहीं थी. उन्होंने आगे लिखा कि इन गांवों तक बिजली पहुंचाने में मोदी सरकार को 46 महीने लगे. बीजेपी सरकार ने एक साल में औसत 4,813 गांवों में बिजली पहुंचाई. सुरजेवाला ने आगे लिखा, “यह ‘अयोग्यता का जश्न मनाना’ और कांग्रेस के काम का श्रेय लेना है.”
कांग्रेस प्रवक्ता ने लिखा, “प्रिय अमित शाह, भारत में 6 लाख 49 हजार 867 गांव हैं. कांग्रेस ने 97 प्रतिशत गांवों को पहले ही बिजली से जोड़ दिया था. UPA सरकार के दौरान यानी 2004 और 14 के बीच कांग्रेस ने 1 लाख 7 हजार 600 गांवों तक बिजली पहुंचाई. 60 सालों में कांग्रेस ने हर साल औसतन 10 हजार गांवों तक बिजली पहुंचाई है.” उन्होंने लिखा कि कांग्रेस ने ऊर्जावान भारत बनाया, लेकिन इसका बखान नहीं किया. बीजेपी का इस पर क्या जवाब होता है फ़िलहाल इसका इंतज़ार किया जा रहा है.