परिवहन निगम के 50 हजार कर्मचारियों ने अपनी मांगों का लेकर 9 अप्रैल से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. परिवहन निगम के कर्मचारी 9 अप्रैल की सुबह से और ड्राइवर तथा कंडक्टर 8 अप्रैल की रात 12:00 बजे से हड़ताल पर चले जाएंगे।
इन मांगों को लेकर हड़ताल प्रस्तावित
परिवहन निगम कर्मियों की मुख्य मांगें हैं – नियमित कर्मियों को सातवां वेतनमान और संविदा ड्राइवर और कंडक्टर को फिक्स वेतन देने की मांग जिस को लेकर परिवहन निगम के ड्राइवर और कंडक्टर सहित 50 हजार कर्मचारी 9 अप्रैल से हड़ताल पर रहेंगे. जिसके चलते रोडवेज की 10 हजार बसों जिसमें अनुबंधित और गैर अनुबंधित बसें भी शामिल है का चक्का जाम होगा.
8 अप्रैल को 12 बजे के बाद कोई भी बस न चलाने का निर्णय
5 अप्रैल को रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के द्वारा परिवहन मुख्यालय में कर्मचारियों के प्रदर्शन में यह घोषणा की गई थी जिसे अमली जमा पहनाए जाने की तैयारी परिवहन निगम कर्मियों द्वारा कर ली गई है.
परिवहन निगम के कर्मचारी 9 अप्रैल की सुबह से और ड्राइवर और कंडक्टर 8 अप्रैल की रात 12:00 बजे से हड़ताल पर चले जाएंगे , लेकिन 8 अप्रैल की रात 12:00 बजे से पहले जो बसें चल जाएंगी वह अपने गंतव्य तक पंहुचेगीं लेकिन 12:00 बजे के बाद कोई बस नहीं चलेगी.
यह जानकारी रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष चंद्रशेखर पांडे एवं महामंत्री गिरीश चंद्र मिश्र द्वारा दी गई.
संयुक्त परिषद के अध्यक्ष व महामंत्री द्वारा यह भी जानकारी दी गयी क़ि नियमित कर्मियों को सातवां वेतनमान और संविदा ड्राइवर और कंडक्टर को फिक्स वेतन देने की मांग की जा रही है .
9 अप्रैल से प्रस्तावित हड़ताल के द्वारा परिवहन निगम कर्मचारियों द्वारा शासन और प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है जिससे उनकी मांगों को माना जा सके.