नई दिल्ली। कांग्रेस का आज से 84वां महाधिवेशन शुरू हो गया जिसमें पार्टी के अगले पांच साल की दिशा-दशा-दिशा तय होगी और इस दौरान चार महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये जाएंगे. राजधानी के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हो रहे पार्टी के इस दो दिवसीय अधिवेशन का आरंभ पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रारंभिक भाषण से होगा. राहुल के पिछले साल पार्टी अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद उनके नेतृत्व में यह पहला अधिवेशन हो रहा है.
कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन में आज पार्टी प्रमुख राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समेत प्रमुख नेता पहुंच रहे हैं. 2019 आम चुनाव के लिए इसे कांग्रेस के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के पूर्ण अधिवेशन में 2019 आम चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे. इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हो रहे इस अधिवेशन में राहुल उद्घाटन भाषण देंगे. हालांकि अधिवेशन की औपचारिक शुरुआत जयपुर में शुक्रवार को ही हो चुकी है. अधिवेशन सत्र में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह समेत सभी प्रमुख नेता पहुंचे हैं.
अधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, जनार्दन द्विवेदी और पार्टी के प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष, जिला एवं ब्लाक स्तर के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. महाधिवेशन के दौरान पारित किये जाने वाले चार प्रस्तावों पर शुक्रवार की रात संचालन समिति की बैठक में विचार विमर्श किया गया. इनमें राजनीतिक, आर्थिक, विदेशी मामलों तथा कृषि, बेरोजगारी एवं गरीबी उन्मूलन के विषय प्रस्ताव शामिल हैं. पार्टी प्रत्येक क्षेत्र के बारे में अपना दृष्टिकोण रखेगी और वर्तमान परिदृश्य से उसकी तुलना की जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान पार्टी दो प्रस्ताव भी पेश करेगी. सत्र के आखिरी दिन रविवार को राहुल गांधी का समापन भाषण होगा. कांग्रेस का अधिवेशन ऐसे समय पर हो रहा है जब राजस्थान और यूपी उपचुनाव में बीजेपी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी है. राजस्थान में कांग्रेस ने अलवर, मंडलगढ़ और अजमेर तीनों विधानसभा सीटों पर कब्जा जमाया. वहीं यूपी की गोरखपुर और फूलपुर सीट पर सपा ने बीजेपी को जबरदस्त हार झेलने पर मजबूर किया.
Welcome delegates and distinguished guests to the #CongressPlenary.
Over the next two days I look forward to interacting with you and to sharing experiences and perspectives that will together help us build a stronger, more vibrant Congress party.
Jai Hind.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 17, 2018
इस अधिवेशन के दौरान कांग्रेस मोदी सरकार के 4 साल के काम की समीक्षा करेगी. खास बात ये है कि इसमें ब्लॉक स्तर के नेताओं को भी अपनी बात रखने का मौका मिलेगा. करीब 1500 प्रतिनिधियों को इसमें आमंत्रित किया गया है. आम चुनाव के साथ साथ अगले साल कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव हैं. हाल के वक्त में राजस्थान और एमपी के उपचुनावों में कांग्रेस की मिली जीत से उसके हौसले बुलंद हैं. राजस्थान और यूपी उपचुनाव में बीजेपी की करारी हार ने भी कांग्रेस को फ्रंटफुट पर आकर खेलने की ताकत दी है. 2019 के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने विपक्ष को एकजुट करने की कवायद भी शुरू कर दी है. सोनिया ने जहां 13 मार्च को डिनर पार्टी दी थी, वहीं राहुल ने अगले दिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर सियासी गर्मी पैदा कर दी.