बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा में एक पति ने अपनी पत्नी को दर्दनाक तरीके से मौत के घाट उतार दिया। आरोप है कि पति ने पहले पीट-पीटकर पहले उसे दृष्टिहीन कर दिया। फिर घायल अवस्था में उसे जिला अस्पताल में फर्जी नाम, पता लिखाकर भर्ती करा दिया।
अगले दिन अरोपी पति हेमराज अस्पताल से अपनी पत्नी विनीता को कानपुर के लिए रेफर करावाकर वहां ले गया। यहां मौका पाकर उसने विनीता की बर्बर तरीके से हत्या कर दी। मृतका की मां सुनीता ने बताया कि हेमराज अक्सर उसकी बेटी को पीटता था।
उसी शाम बदौसा में राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने बागै नदी में शव फेंकने की कोशिश करते अतर्रा नगरपालिका में कार्यरत सफाईकर्मी रज्जन और राकेश को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों के पास बोरे में बंद विनीता का शव बरामद हुआ।
सफाईकर्मियों ने बताया कि हेमराज ने लाश ठिकाने लगाने के लिए उन्हें एक-एक हजार रुपए दिए थे। हालांकि, आरोपी हेमराज वहां से भागने में सफल हो गया। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि उसने पत्नी के साथ ऐसा बर्बर व्यवहार क्यों किया।
उसकी हैवानियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस दौरान वह अपने तीन मासूम बच्चों को बांदा में ही छोड़ गया था। मृतका के तीनों मासूम बच्चे अस्पताल में ही लावारिस मिलने के बाद चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दी गई।
मृतका की बेटी गुड़िया ने बताया कि मम्मी को पापा ने बहुत मारा और अस्पताल में छोड़ गए। इसके बाद वह अगले दिन मम्मी को साथ ले गए। बच्चों ने बताया कि 13 वर्षीय दीदी को भी पापा ने चाचा के घर भेज दिया था, जहां वह नौकरानी की तरह काम करती है।