एस्कॉर्ट सर्विसेज़ के नाम पर सैक्स रैकेट का कारोबार इन दिनों जमकर फलफूल रहा है। इस तरह से गुपचुप तरीके से सैक्स रैकेट का कारोबार चलाने वालों में देश भर में अपना नेटवर्क बिछाया हुआ है। चौंकाने वाली बात तो ये है कि जिस पैमाने पर इनके नेटवर्क फैलते जा रहे हैं उसकी तुलना में पुलिस की इन पर कार्रवाई ऊंट के मुंह में जीरा की कहावत जैसी साबित हो रही है।
एस्कॉर्ट सर्विस की एवज में सैक्स रैकेट का कारोबार चलाने वाले नेटवर्क का ताज़ा खुलासा हुआ है उत्तर प्रदेश की राजधानी देहरादून में। यहां एसटीएफ व पुलिस की संयुक्त टीम ने एक और सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। पटेलनगर में हुई इस कार्रवाई में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही इनके कब्जे से दो युवतियां भी मुक्त कराई गई हैं। तफ्तीश में सामने आया है कि आरोपी युवक दूसरे राज्यों से युवतियों को यहां लाकर उनसे देह व्यापार करवाते थे।
दरअसल, कुछ समय पहले एसटीएफ को खुफिया सूत्रों से पटेलनगर थाना क्षेत्र के सेवलाकला में सेक्स रैकेट संचालित कर रहे गिरोह की सूचना मिली थी। इस खुफिया सूचना का सत्यापन करने के बाद एसटीएफ ने पटेलनगर पुलिस के साथ यहां एक मकान में छापेमारी की तो मौके से तीन युवक और दो युवतियां मिलीं।
युवकों की पहचान संदीप कुमार पुत्र सुंदर लाल निवासी 24/10 तिलक गली, छज्जोपुर, शाहदरा (दिल्ली), दिनेश कुमार पुत्र सुंदर लाल निवासी शिवालिक एनक्लेव-2, पटेलनगर देहरादून और राजीव कुमार पुत्र बलबीर सिंह निवासी ग्राम बाहरी, थाना थानेसर, जिला कुरुक्षेत्र (हरियाणा) के रूप में की गई। मुक्त कराई गई दोनों युवतियां पश्चिम बंगाल की हैं।
पुलिस को पूछताछ में युवकों ने बताया है कि वह देह व्यापार का धंधा एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से चला रहे थे। उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीने से देहरादून में सेक्स रैकेट चला रहे आरोपी युवक दिल्ली, चंडीगढ़ जैसी शहरों से लड़कियां यहां लाते थे और उन्हें देहरादून के अलावा मसूरी, ऋषिकेश, विकासनगर व हरिद्वार आदि क्षेत्रों में भेजते थे। युवकों ने एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से वेबसाइट भी बनाई थी, जिससे ये इंटरनेट के जरिए ग्राहकों की तलाश करते थे।