डॉन अखबार के मुताबिक, तीन दिवसीय म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कल सेना प्रमुख ने अपने देश की सरजमीं पर आतंकी पनाहगाहों की मौजूदगी से साफ इंकार किया और सीमा पार से अनाधिकृत गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया. इस सम्मेलन में सेना प्रमुखों और असैन्य नेताओं ने दुनिया में मौजूद सुरक्षा खतरों पर चर्चा की. जनरल बाजवा ने कहा कि अफगानिस्तान की जमीन पर आतंकी ठिकानों से पाकिस्तान पर हमला हो रहा है. उन्होंने पाकिस्तान में रह रहे 27 लाख अफगान शरणार्थियों की वापसी की जरूरत को भी रेखांकित किया.