अनिल कुंबले भारतीय टीम के कोच बन चुके है. एक साल तक शायद ही उन्हें कोई हटा पाये. लेकिन कोच पद के दौड़ में शामिल टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रवि शास्त्री इन दिनों नाराज चल रहे हैं. उनकी नाराजगी का कारण कहीं न कहीं कोच पद को लेकर ही है.
टीम इंडिया का कोच नहीं बनाए जाने के बाद निराशा के सवाल पर शास्त्री ने कहा कि उनकी निराशा सिर्फ एक दिन की थी और अब वह खत्म हो चुकी है. बैंकॉक में छुट्टियां बिताकर स्वदेश लौटे शास्त्री ने अपनी निराशा पर, कोच सेलेक्शन प्रोसेस और टीम के साथ बिताए वक्त पर अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात की.
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वह मानते हैं कि बोर्ड उन्हें एक्सटेंशन के लिए तैयार नहीं था और इसीलिए एक नए कोच को चुने जाने की प्रक्रिया पूरी हुई? उन्होंने जवाब दिया कि यह बीसीसीआई की चिंता है, मेरी नहीं.
शास्त्री से जब पूछा गया कि आपके इंटरव्यू के दौरान सौरव गांगुली मौजूद नहीं थे, उनके और आपके बीच कोई दिक्कत है. इस सवाल पर शास्त्री भड़क गये और कहा, मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि सौरव गांगुली उस समय मौजूद नहीं थे. अब आपको मेरे बजाए सौरव गांगुली से जाकर पूछना चाहिए कि उन्हें मुझसे क्या दिक्कत है.