धारचूला, पिथौरागढ़: चीन सीमा तक निर्माणाधीन कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर दो स्थानों पर जबरदस्त भूस्खलन हुआ। आधी रात और सुबह दो स्थानों पर बड़ी-बड़ी चट्टानें टूटकर आ गिरीं। मलबे में सड़क निर्माण में इस्तेमाल की जा रहीं तीन मशीनें दब गई हैं। ये मशीन फिनलैंड से मंगाई गई थी।
इन दिनों चीन सीमा पर धारचूला से लिपूलेख तक 76 किमी लंबी सड़क का निर्माण का कार्य चल रहा है। इसमें से 60 किमी का निर्माण पूरा कर लिया गया है। शेष 16 किमी लंबा भाग अति दुर्गम होने के कारण सबसे चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने यहां निर्माण का कार्य निजी कंपनी को सौंपा है। यहां पर चट्टानों को काट कर सड़क निर्माण किया जा रहा है। कठोर चट्टानों को काटने के लिए कंपनी ने एक माह पूर्व फिनलैंड से दो करोड़ की लागत से रॉक ड्रिल मशीन खरीदी थी।
इससे चट्टानों को काटा जा रहा था। इसी स्थान पर पहाड़ काटने वाली पोकलैंड मशीन भी थी। आधी रात को करीब तीस मीटर ऊंची एक विशाल चट्टान गिर गई। चट्टान सीधे इन मशीनों पर गिरी, जिसमें दोनों मशीन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सुबह यहां से कुछ दूर एक बार फिर भूस्खलन हो गया।