यरूशलम: अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सोमवार को इस्राइल की संसद को संबोधित करते हुए दृढ़तापूर्वक कहा कि वाशिंगटन ईरान को कभी भी परमाणु हथियार विकसित नहीं करने देगा. पेंस ने इस्राइली सांसदों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘‘ मेरे पास इस्राइल, पश्चिम एशिया और दुनिया के लिए गंभीर वायदा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देगा.’’
वर्ष 2015 में ईरान की परमाणु क्षमताओं को काबू करने के लिए हुए समझौते का इस्राइल ने कड़ा विरोध किया था, लेकिन तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस समझौते का समर्थन किया था.
ओबामा के उत्तराधिकारी डोनाल्ड ट्रंप ने समझौते की तीखी आलोचना करते हुए तेहरान पर इस पर कायम नहीं रहने का आरोप लगाया था और कहा था कि यह अब भी इस्लामी गणराज्य को समूची दुनिया के आतंकी संगठनों की सहायता करने की इजाजत दे रहा है -जिसमें इस्राइल के लंबे अरसे के दुश्मन भी शामिल हैं.
पेंस ने कहा, ‘‘ ईरान का परमाणु समझौता त्रासदी है और अमेरिका इस गलत सोच पर आधारित समझौते को अब प्रमाणित नहीं करेगा.’ उन्होंने कहा, ‘‘ राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि अगर ईरान के परमाणु समझौते को दुरूस्त नहीं किया जाता है तो अमेरिका तत्काल समझौते से हट जाएगा.’’ समझौते के अन्य पक्ष ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, और यूरोपीय संघ हैं और सभी का कहना है कि यह काम कर रहा है और ईरान अपने वचन पर कायम है.