मध्य प्रदेश में हुए व्यापम घोटाले की जांच कर रही सीबीआई को प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के खिलाफ आरोप साबित करने के लिए जरूरी सबूत नहीं मिले हैं। सूत्रों के अनुसार सबूत नहीं मिलने की वजह से उमा को क्लीन चिट मिल सकती है।
उमा भारती ने वर्ष 2014 में जोर देते हुए व्यापम घोटाले को चारा घोटाले से भी कहीं अधिक बड़ा करार दिया था। उसी साल प्रदेश कांग्रेस ने उन पर इस घोटाले में शामिल रहने का आरोप लगाया था। उमा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि विपक्ष लोगों को गुमराह कर रहा है, क्योंकि उसके नेता इसमें शामिल हैं।
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