मैच का एकमात्र शतक लगाने वाले एडेन मार्कराम को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
जिम्बाब्वे ने दूसरे दिन अपनी पारी 30/4 से आगे बढ़ाई। लेकिन अफ्रीकी गेंदबाजों के सामने उसके बल्लेबाजों ने समर्पण कर दिया और पहली पारी में वह 69 रन के मामूली स्कोर पर ऑलआउट हो गई। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह जिम्बाब्वे का पांचवां सबसे कम स्कोर है।
इसके अलावा यह 2017 में किसी भी टीम का सबसे कम स्कोर है। मोर्ने मोर्कल ने 5 विकेट लिए। इसके अलावा कगिसो रबाडा और एंडाइल फेलुक्वेयो ने दो-दो और वर्नन फिलैंडर ने एक विकेट लिया। जिम्बाब्वे की तरफ से सिर्फ दो बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा पर कर सके। काइल जार्विस ने 23 और रयान बर्ल ने 16 रन बनाये।
पहली पारी में मिली 241 रन की बढ़त के बाद दक्षिण अफ्रीका ने जिम्बाब्वे को फॉलोऑन खेलने के लिए बुलाया। मगर दूसरी पारी में भी मेजबान टीम के गेंदबाजों के सामने जिम्बाब्वे के बल्लेबाज पस्त हो गए। जिम्बाब्वे की दूसरी पारी 42.3 ओवरों में ही 121 रन पर सिमट गई। मेहमान टीम के लिए क्रेग एर्विन ने सर्वाधिक 23 रन बनाए। उल्लेखनीय है कि जिम्बाब्वे का कोई बल्लेबाज पूरे टेस्ट में 25 रन के आंकड़े को पार नहीं कर सका।
पहली पारी में गेंदबाजी नहीं करने वाले केशव महाराज ने दूसरी पारी में 5 विकेट लिए। उनके अलावा एंडाइल फेलुक्वेयो ने तीन और वर्नन फिलैंडर एवं कगिसो रबाडा ने एक-एक विकेट लिया।
आईसीसी ने हाल ही में चार दिवसीय टेस्ट को मंजूरी दी थी। दक्षिण अफ्रीका की टीम 5 जनवरी से भारत के खिलाफ शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेगी, वहीं ज़िम्बाब्वे की टीम वन-डे सीरीज के लिए बांग्लादेश जाएगी।