लखनऊ. एनटीपीसी हादसे में घायल 9 मरीज को अलग-अलग अस्पतालों से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अमौसी एयरपोर्ट लाया गया। एयरपोर्ट से एयर एंबुलेंस ने जरिए मरीजों को सीधे दिल्ली ले जाया गया। ट्रामा सेंटर से मरीज को एयरपोर्ट तक लाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने खास तरह का अरेंजमेंट्स किया था। इस काम में एएसपी से लेकर होमगार्ड लेवल के 100 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।
किए गए खास इंतजाम
– एम्बुलेंस के साथ एक इंटरसेप्टर वैन और एक टीआई चल रहे थे। एम्बुलेंस जिस भी चौराहे से गुजर रही थी। उसके पीछे वहां का लोकल एसआई अपनी वैन के साथ चल रहा था। उसकी वैन एम्बुलेंस और इंटरसेप्टर के आगे चल रही थी।
-शहर के अलग-अलग चौराहों से गुजरते हुए सीधे अमौसी एयरपोर्ट पहुंची। राजधानी में मेट्रो के निर्माण के चलते रूट डायवर्ट किया गया था, इसलिए 22 किलोमीटर की दूरी तय करने में 40 मिनट का समय लग गया।
40 मिनट में तय की 22 किमी की दूरी
-मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस ने 40 मिनट में 22 किमी में की दूरी तय की। एयरपोर्ट पहुंचने के बाद एयर एंबुलेंस मरीजों को लेकर सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
टैफिक पुलिस ने तैयार किया था ये खास रूट प्लान
-ट्रैफिक पुलिस ने ट्रामा सेंटर से मरीज को एम्बुलेंस से लेकर अमौसी एयरपोर्ट तक पहुंचाने के लिए खास तरह का रूट प्लान तैयार किया था।
-एम्बुलेंस चौक के ट्रामा सेंटर से रवाना हुई। उसके बाद शाहमीना रोड होते हुए डालीगंज क्रासिंग पहुंची। वहां से सीधे हनुमान सेतु होते हुए सीडीआरआई, होटल क्लार्क अवध, लक्ष्मण मेला मैदान, भैसाकुण्ड, कटाई पुल,1090 चौराहा फिर अर्जुनगंज होते हुए अमौसी एयरपोर्ट पहुंच गई।