नोटबंदी के बाद 500 और 1000 के कितने पुराने नोट बैंकों में जमा हुए है इस फिलहाल RBI ने आकंड़े पेश नहीं किए हैं। पिछले दिनों रिजर्व बैंक ने उन रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि 30 दिसंबर तक 97 फीसदी 500 और 1000 के पुराने नोट बैंकों में जमा हो चुके हैं।
लेकिन अब ये आंकड़ों सही साबित होती दिख रही है। RBI की ओर से प्रचलित करंसी को लेकर जारी साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक यह अनुमान सही दिखती है। इन आंकड़ों के मुताबिक नोटबंदी के बाद सिर्फ 54,000 करोड़ रुपये के पुराने नोट वापस नहीं आए।
RBI की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में कहा गया है कि 6 जनवरी तक कुल 8.98 लाख करोड़ रुपये की करंसी सर्कुलेशन में थी। इसमें 500 और 2000 रुपये के नए नोटों के अलावा 100, 50, 20 और 10 रुपये की छोटी करंसी के नोट भी शामिल हैं। इनमें 500 और 1000 रुपये के वह पुराने नोट भी शामिल हैं, जो अभी बैंकिंग सिस्टम में वापस नहीं लौटे हैं।
वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की ओर से राज्य सभा में दिए गए एक जवाब के मुताबिक 8 नवंबर को 500 रुपये के 1,16,989 नोट सर्कुलेशन में थे, जबकि 1,000 रुपये के 46,741 करोड़ नोट मार्केट में थे। इन नोटों की कुल कीमत 15.44 लाख करोड़ रुपये थी। वित्त मंत्री अरुण जेटली के मुताबिक बैन किए गए नोटों की इकॉनमी में सर्कुलेट कुल करंसी में 86 पर्सेंट की हिस्सेदारी थी। रिजर्व बैंक की ओर से 4 नवंबर को जारी किए गए डेटा के मुताबिक कुल 17.95 लाख करोड़ रुपये की करंसी मार्केट में थी।
10 नवंबर से 30 दिसंबर तक बैंकों में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट जमा किए गए। इसके अलावा आरबीआई की ओर से 500 और 2000 के अलावा छोटी करंसी के भी नोट जारी किए गए। 18 नवंबर को RBI की ओर से जारी डेटा के मुताबिक कुल 14.27 लाख करोड़ रुपये की करंसी सर्कुलेशन में थी। इसमें 2.51 लाख करोड़ रुपये छोटी करंसी में थे, जिन्हें बैन नहीं किया गया। इसके अलावा नए जारी किए गए नोट और बैन करंसी नोट भी इस आंकड़े में शामिल थे। हालांकि आरबीआई की ओर से नए नोटों को जारी करने का सटीक आंकड़ा नहीं बताया गया।
रिजर्व बैंक ने 7 दिसंबर को पहली बार मौद्रिक समीक्षा नीति को लेकर जारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में नए नोटों का आंकड़ा बताया था। डेप्युटी गवर्नर आर. गांधी के मुताबिक 6 दिसंबर तक कुल 4 लाख करोड़ रुपये के नए करंसी नोट सर्कुलेशन में आ चुके थे। इनमें 1.06 लाख करोड़ रुपये 100 और उससे कम की करंसी नोट के थे, जबकि 2.94 लाख करोड़ रुपये 500 और 2000 के नोटों में थे। इसके बाद 9 दिसंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार कुल 9.81 लाख करोड़ रुपये की करंसी सर्कुलेशन में थी। इसमें 2.51 लाख करोड़ रुपये की छोटी करंसी थी, जो 8 नवंबर से पहले की थी। इसके अलावा 1.06 लाख करोड़ रुपये की नई छोटी करंसी थी। वहीं 2.94 करोड़ रुपये के 500 और 2000 रुपये के नए नोट थे।
इसका मतलब ये हुआ कि 9 दिसंबर तक रिजर्व बैंक के पास सिर्फ 3.29 लाख करोड़ रुपये के बैन नोट वापस आने रह गए थे। दूसरे शब्दों में कहें तो कुल 15.44 लाख करोड़ रुपये के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों में से 12.14 लाख करोड़ की करंसी वापस आ गई। 13 दिसंबर को आरबीआई की ओर से मीडिया में दिए गए बयान में भी यह बात कही गई थी।