हर किसी की चाह होती है कि उसका घर धन-धान्य से भरपूर रहे, उसके घर परिवार में कोई कमी ना रहे। इसके लिए कुछ न कुछ उलटे-सीधे उपाय और विधियां भी करते रहते है। लेकिन फिर भी उचित समाधान नही मिलता है, तो ऐसे में अगर आप धर्म-कर्म में यकीन रखते है तो आप जरुर जानते होंगे की माँ लक्ष्मी की कृपा के बगैर धन लाभ संभव नहीं है।
इसलिए धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न रखना जरुरी है।
ऐसा कहा जाता है कि समुद्र-मंथन से पूर्व सभी देवता निर्धन और ऐश्वर्य विहीन हो गए थे तथा धन की देवी लक्ष्मी के प्रकट होने पर देवराज इंद्र ने धन की देवी लक्ष्मी की स्तुति की, जिससे प्रसन्न होकर महालक्ष्मी ने देवराज इंद्र को वरदान दिया कि तुम्हारे द्वारा दिए गए द्वादशाक्षर मंत्र का जो व्यक्ति नियमित रूप से प्रतिदिन तीनों संध्याओं में भक्तिपूर्वक जप करेगा, वह कुबेर सदृश ऐश्वर्य युक्त हो जाएगा।
मंत्रः
ऐं ह्रीं श्रीं अष्टलक्ष्मीयै ह्रीं रीं सिद्धये मम गृहे आगच्छागच्छ नमः स्वाहा।।
विवष्णु पुराण में इंद्र द्वारा धन की देवी लक्ष्मी की स्तुतिं की गई है। देवराज इंद्र के अनुरोध पर देवी ने कहा कित वह मनुष्यों पर कृपा करेगी लेकिन जिन लोगों के घर में यह 5 चीजें होंगी उनके घर पर मैं अधिक समय तक नहीं रहूंगी। जब देवराज इंद्र ने पूछा किर वह 5 चीजें क्या हैं तो देवी ने बताए यह नाम।
काम भावनाः
जहां घर में स्त्री पुरुष काम में अधिक लिप्त रहते हैं, उस घर में धर्म की उपेक्षा होती है। ऐसे घर में लक्ष्मी का वास अधिक समय तक नहीं रहता है।
मद यानिं अहंकारः
जिस घर में लोग अपने अहंकार में डूबे रहते हैं, वहां अज्ञानता और क्रोध बढ़ता। इसलिए यहां देवी लक्ष्मी नहीं रहती हैं
लोभः
जिस घर में लोग लालची हो जाते हैं, वहां भी लक्ष्मी का वास अधिक समय तक नहीं होता है। शास्त्रों में कहा गया है ‘लोभस्य पाप कारणम्’
हिंसाः
जिंन घरों में अधिक मांस, मछली का प्रयोग होता है उस घर में देवी लक्ष्मी नहीं ठहरती हैं।
स्त्री का अपमानः
जहां स्त्री का अनादर होता है वहां लक्ष्मी नहीं ठहरती हैं।
ऐसा अक्सर होता है कि कई बार मेहनत करने के बाद भी घर में पैसों को लेकर आये दिन समस्या रहती है। अगर आपके साथ भी यही समस्या है तो इंद्रा देव के बतायें धन की देवी लक्ष्मी के इन उपायों को जरुर अपनाये।