चीन के वुहान शहर में से शुरू हुआ कोरोनावायरस का कहर वैश्विक स्तर पर बढ़ता ही जा रहा है। चीन में कोरोनावायरस से 42 और लोगों की मौत होने की सूचना है। इसीके साथ देश में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 2912 हो गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया इस महामारी से दुनिया भर में 3,000 लोगों की जान चली गई है और 88,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
इस घातक वायरसस का असर अबतक 70 देशों में फैल चुका है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने रविवार को कहा कि रविवार को कोरोना वायरस के 202 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसके बाद मुख्य भूमि में संक्रमित मामलों की संख्या 80,026 हो गई है। नए मामलों की संख्या 22 जनवरी के बाद से सबसे कम है। तब चीनी ने आपातकालीन उपाय शुरू किए थे, जिसमें संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित वुहान शहर और 17 नगरों की पांच करोड़ की आबादी को बंद कर दिया था।
भारत में कोरोनावायरस के दो नए मामलों की पुष्टि
भारत सरकार ने देश में कोरोनावायरस से दो और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की है। इसमें से एक नई दिल्ली और दूसरा तेलंगाना से है। दोनों मरीजों की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है और उनपर करीबी से नजर रखी जा रही है।
वाशिंगटन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार रात को बताया कि कोरोनावायरस से एक और व्यक्ति की मौत हो गई। यह अमेरिका में इस वायरस से मौत का दूसरा मामला है। शोधकर्ताओं ने बताया कि ग्रेटर सिएटल इलाके में शायद कई हफ्तों से फैल रहे वायरस का पता नहीं लगाया जा सका। सिएटल और किंग काउंटी की जनस्वास्थ्य सेवा ने एक बयान में कहा कि 70 वर्षीय एक व्यक्ति की कोरोनावायरस से मौत हो गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इससे पहले शुक्रवार को वायरस से 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी। दोनों स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से ग्रसित थे। दोनों का पूर्वी सिएटल के किर्कलैँड के एक अस्प्ताल में इलाज किया गया था। वाशिंगटन में अब तक संक्रमण के 12 मामले की पुष्टि हो चुकी है।
सिएटल क्षेत्र के अधिकारियों ने कहा कि लगभग 60 साल के दो संक्रमित व्यक्ति की हालत नाजुक है, जिनका कोविड-19 वायरस के संक्रमण का इलाज किया गया। कैलिफोर्निया के दो स्वास्थ्य कर्मियों का भी इलाज किया गया। वाशिंगटन में शनिवार को एक 50 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि वाशिंगटन के किर्कलैंड में नर्सिंग सुविधा में भर्ती 50 अन्य लोग बीमार हैं और उनके वायरस संक्रमण की जांच की जा रही है।
आपातकाल की स्थिति
इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ फायर फाइटर्स ने रविवार को कहा कि नर्सिंग सुविधा में फोन करके मदद मांगने वाले 25 सदस्यों को पृथक रखा जा रहा है। वाशिंगटन में सामने आए पहले मामले में संक्रमित ने चीन की यात्रा की थी,
अलमेडा कांउटी ने कोरोनावायरस संक्रमण की खबरों के बीच रविवार को आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी।
रोड आइलैंड के अस्पताल में भर्ती 40 वर्षीय मरीज ने फरवरी में इटली की यात्रा की थी। न्यूयॉर्क ने रविवार को इस बात की पुष्टि की कि 30 वर्षीय युवती ईरान में यात्रा के दौरान वायरस की चपेट में आई। हालांकि, मरीज गंभीर हालत में नहीं है। उपराष्ट्रपति माइक पेंस और स्वास्थ्य एवं मानव सेवा सचिव एलेक्स अजार ने कहा कि इस बात को सुनिश्चित करने पर काम किया जा रहा है कि राज्य एवं स्थानीय विभाग वायरस की जांच करने में सक्षम है।
इटली में फंसे 85 भारतीय छात्रों ने सरकार को भेजा एसओएस मैसेज
इसी बीच उत्तरी इटली के यूनिवर्सिटी ऑफ पाविया में लगभग 85 भारतीय छात्र एक हफ्ते से फंसे हुए हैं। यहां पिछले कुछ दिनों में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। छात्रों ने सरकार को एसओएस (आपात संदेश) संदेश भेजा है ताकि उन्हें जल्द से जल्द यहां से निकाला जा सके। कुछ छात्रों ने भारत जाने के लिए फ्लाइट बुक कराई थी, लेकिन कोरोनावायरस के नए मामले सामने आने की वजह से उसे रद्द कर दिया गया। छात्रों में डर इसलिए भी है क्योंकि यूनिवर्सिटी ऑफ पाविया के इंजीनियरिंग विभाग के गैर-शिक्षण संकाय कोरोनावायरस की चपेट में है। लगभग 15 अन्य स्टाफ के सदस्यों का क्वारंटाइन किया गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाविया में फंसे 85 भारतीयों में से 25 तेलंगाना, 20 कर्नाटक, 15 तमिलनाडु, चार केरल, दो दिल्ली और एक-एक राजस्थान, गुड़गांव और देहरादून के हैं। इनमें से लगभग 65 इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन के छात्र पुरुषोत्तम कुमार मधु जो 10 मार्च को भारत वापस आने वाले हैं उन्हें इस बात को लेकर अनिश्चितता है कि फ्लाइट उड़ान भरेगी या नहीं। उन्होंने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि खाड़ी से होकर जाने वाली ज्यादातर फ्लाइ्ट रद्द हो गई हैं। भारत पहुंचने पर भारतीयों को 10-15 दिनों के लिए हवाई अड्डे पर क्वारेनटाइन किया जा रहा है जो चिंता का विषय है।’