लखनऊ। 31 जनवरी को माघ शुक्लपक्ष पूर्णिमा पर होने वाला चंद्रग्रहण विश्व में क्रांतिकारी बदलाव की स्थिति ला सकता है। यह चंद्रग्रहण खग्रास है और भारतीय समयानुसार सायं पांच बजकर 18 मिनट पर शुरू होकर रात आठ बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगा। ग्रहण के दौरान पुष्य व अश्लेषा नक्षत्र, कर्क राशि व कर्क सिंह लग्न होगा। यह वृष, कन्या, तुला व कुंभ राशि वाले जातकों के लिए ग्रहण शुभ भलदाई रहेगा। ग्रहण कुंडली के हिसाब से चन्दग्रहण का प्रभाव विश्व में क्रांतिकारी स्थिति ला सकता है। पश्चिमी देशों में तनाव की स्थिति बन सकती है। भारत में भी कहीं-कहीं आश्चर्यजनक परिवर्तन आएंगे। तूफान एवं आकाशीय उपद्रव से जन-धन की हानि के कारण जनता को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसे करें बचाव
- गर्भवती महिलाएं ग्रहणकाल में साग-भाजी न काटे तथा शयन भी न करें।
- मेष राशि जातक मसूर दाल, सिंदूर, लाल फल, सूखा नारियल, काला तिल लाल कपड़े में बांधकर दान दें।
- वृष एवं तुला राशि के जातक चावल, चीनी, खोया की मिठाई सफेद कपड़े में बांधकर दान करें।
- मिथुन राशि के जातक हरी लौकी, हरा पेठा, हरी मिठाई, साबुत हरी मूंग, हरे कपड़े में बांधकर दान दें।
- कर्क राशि के जातक चांदी का टुकड़ा, मिश्री, सफेद मिठाई, चावल सफेद कपड़े में बांधकर दान करें।
- सिंह राशि के जातक लाल फल, लाल मिठाई, लाल शीशा, लाल कपड़े में बांधकर दान करें।
- कन्या राशि के जातक हरी लौकी, हरा पेठा, हरी मिठाई, हरे मूंग साबुत, हरे कपड़े में बांधकर दान करें।
- वृश्चिक के जातक मसूर दाल, सिंदूर, लाल फल, सूखा नारियल, काला तिल लाल कपड़े में बांधकर दान दें।
- धनु एवं मीन राशि के जातक पीला फल, पीली मिठाई, केसर, सोना पीले कपड़े में बांधकर दान करें।
- मकर एवं कुंभ राशि के जातक काला फल, काला उड़द, लौंग, चाय की पत्ती कपड़े में बांधकर दान करें।
फैजाबाद में श्रीअध्यात्म शक्तिपीठ न्यास अध्यक्ष देवमित्र पांडेय के अनुसार चंद्रग्रहण का प्रभाव भारतीय राजनीति में अस्थिरता, देश के अनेक भागों में अशांति, मंहगाई व व्यापार में और तेजी लाएगा। भारत सरकार को चीन और पाकिस्तान से विशेष सचेत रहना होगा। भाजपा और कांग्रेेस में पद को लेकर अनुशासन गौण हो जाएगा। दो से तीन माह में शासन स्तर पर भी फेरबदल देखने को मिलेगा।
किसी बड़े राजनेता के निधन से भारतीय जनमन को शोक का सामना करना पड़ेगा। सरकार के किसी मंत्री पर घोटाले के आरोप के कारण विपक्ष उग्र दिखेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों की जन्म राशि वृश्चिक है। अगले साल होने वाले चुनाव में सरकार भाजपा की बनने का योग हैं पर कांग्रेस का ग्राफ बढ़ेगा। एक अन्य विद्वान वसु शास्त्री के अनुसार ग्रहणकाल मंत्र जप और साधना का स्वर्णिम समय होता है।
अलग-अलग राशि के लोग बचाव के उपाय कर सकते हैं। ग्रहण के दुष्परिणामों से बचने के लिए एक सूखा नारियल काले कपड़े में रखकर साथ में सात जायफल, 14 लौंग, 14 छोटी इलाचयी, 250 ग्राम लोहे की वस्तु, भूरी सरसो, 750 ग्राम काला उड़द, 750 ग्राम चायपत्ती उसके साथ बांधकर, अपने ऊपर से सात बार उतारकर याचक को दें या पीपल के पेड़ के नीचे अथवा शनि मंदिर में रखें।
चंद्रग्रहण पर बांकेबिहारी देंगे तीन घंटे दर्शन
चंद्रग्रहण के दिन 31 जनवरी को वृंदावन में मंदिर भोर में ही पूजा पाठ के बाद बंद कर दिए जाएंगे। इससे भक्तों को ठाकुर जी के दर्शन नहीं मिल सकेंगे। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में भी सुबह पांच बजे ठाकुरजी के पट खुलेंगे और सेवा के बाद सुबह आठ बजे बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद आराध्य के दर्शन दूसरे दिन एक फरवरी को नियमित रूप से हो सकेंगे। बुधवार शाम 31 जनवरी को पड़ रहे चंद्रग्रहण से पहले सुबह 8.56 बजे से सूतक शुरू हो जाएंगे। इसके बाद मंदिरों में ठाकुरजी की सेवा पूजा नहीं हो सकेगी और दर्शन भी नहीं होंगे। इस दौरान मंदिर के पट बंद रहेंगे।
मंदिर बंद पर भजन-कीर्तन होंगे
मथुरा में बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा ने बताया कि 31 जनवरी को सुबह पांच बजे मंदिर के पट खुलेंगे। इसके बाद 5.10 बजे श्रृंगार आरती और 5.15 बजे पर्दा डालने के बाद राजभोग सेवा शुरू होगी। राजभोग आरती 5.55 बजे की जाएगी और 6 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। इसके बाद 6.45 बजे एक बार फिर मंदिर के पट खुलेंगे और 7.55 बजे शयन आरती के बाद 8 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। चंद्रग्रहण के दौरान और सूतककाल के दौरान नगर के सभी मंदिर, आश्रम और मठों में दर्शन भले ही बंद रहेंगे, लेकिन श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते रहेंगे।