अहमदाबाद प्लेन क्रैश को तीन दिन बीत चुके हैं। यह हादसा इतना भयानक था कि शवों की शिनाख्त करना भी मुश्किल हो गया है। अब तक डीएनए टेस्टिंग की मदद से सिर्फ 32 शवों की ही पहचान हो सकी है। 14 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने रविवार को बताया कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के शव की भी डीएनए टेस्टिंग की गई। 12 जून को हुए विमान हादसे में उनकी भी मौत हो गई थी।
शवों को पहचानना हुआ मुश्किल
प्लेन क्रैश में जान गंवाने वाले लोगों में ज्यादातर मृतक गुजरात और राजस्थान के हैं। हादसे में लोगों के शव बुरी तरह से झुलस गए हैं, ऐसे में उन्हें पहचानना मुश्किल हो गया है। यही वजह है कि सभी शवों की डीएनए टेस्टिंग की जा रही है, जिससे उनकी शिनाख्त की जा सके।
डॉ. राजनीश पटेल के अनुसार,
अभी तक सिर्फ 32 डीएनए सैंपल ही मैच हो सके हैं। 14 शवों को उनके परिजनों को सौंपा जा चुका है। यह मृतक उदयपुर, वडोदरा, खेड़ा, मेहसाणा, अरावली और अहमदाबाद से ताल्लुक रखते हैं। पूर्व सीएम विजय रूपाणी का डीएनए मैच किया है।
230 टीमों का गठन
पीड़ित परिवारों से संपर्क करने के लिए 230 टीमों का गठन किया गया है। बता दें कि 12 जून की दोपहर को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI 171 बीजे मेडिकल कॉलेज के मेस से टकराकर क्रैश हो गई। इस दौरान फ्लाइट में 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 लोगों की मौत हो गई और 1 शख्स ही जिंदा बच सका।
हाई लेवल कमेटी करेगी जांच
प्लेन क्रैश में बीजे मेडिकल कॉलेज के 5 एमबीबीएस छात्र समेत 29 लोगों की भी जान चली गई। प्लेन क्रैश की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। केंद्र सरकार ने इसके लिए 8 एजेंसियों की हाई लेवल कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी 3 महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।