टीम ने योजना के तहत पीड़ित को 25 हजार रुपये लेकर हवलदार के पास भेजा और उसे दबोच लिया।
बुराड़ी थाने में तैनात दिल्ली पुलिस के हवलदार सुरेंद कुमार मीणा को विजिलेंस टीम ने 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।
आरोप है कि हवलदार पीड़ित व्यक्ति से छत पर मोबाइल टावर लगने के बाद 75 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था।
रुपये न देने पर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की धमकी दे रहा था। पीड़ित ने विजिलेंस टीम से इसकी शिकायत की। टीम ने योजना के तहत पीड़ित को 25 हजार रुपये लेकर हवलदार के पास भेजा और उसे दबोच लिया।
गिरफ्तारी के बाद शनिवार को जिला पुलिस उपायुक्त राजा बांठिया ने हवलदार को सस्पेंड कर दिया है।
मामले में बुराड़ी थाने के एक इंस्पेक्टर पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी हवलदार 2010 से दिल्ली पुलिस में तैनात था।
गिरफ्तारी के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मामले की छानबीन जारी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुराड़ी स्थित कमालपुर के रहने वाले शख्स ने विजिलेंस की टीम को रिश्वत की शिकायत दी थी।
पीड़ित ने बताया कि उसने अपनी छत पर एक मोबाइल टावर लगवाया था। बुराड़ी थाने में तैनात हवलदार सुरेंद्र कुमार मीणा टावर के बदले 75 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा है। रुपये ना देने पर वह कार्रवाई करने की बात कर रहा था।
पीड़ित ने हवलदार के खिलाफ सबूत जुटाए और विजिलेंस टीम को दे दिए। टीम ने आरोपी से बातचीत करने के लिए कहा। बाद में आरोपी ने 75 हजार में से 25 हजार रुपये लेने के लिए पीड़ित को थाने बुलाया।
विजिलेंस टीम ने 25 हजार रुपये के नोटों पर विशेष केमिकल लगाकर पीड़ित को हवलदार के पास भेज दिया। आरोपी ने जैसे ही रिश्वत की रकम ली, पीड़ित ने बाहर मौजूद विजिलेंस की टीम को सूचना दे दी।
टीम ने थाने में घुसकर आरोपी पुलिसकर्मी को 25 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। शनिवार शाम आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया। हवलदार पिछले साल मार्च से बुराड़ी थाने में तैनात है।