हमारे देश को दुनिया ख्वाबों की सुनहरी धरती मानती है। यहां पर सबके लिए संभावनाएं हैं, यहां मारुति की ऑल्टो बिकती है तो बुगाटी करोड़ों की कार वेरॉन के भी खरीदार यहां हैं। यही वजह है पूरी दुनिया की ऑटोमोबाइल कंपनियां धीरे-धीरे भारत में अपने सपने सच करने में जुट गई हैं।
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जगुआर अब भारत में अपनी पहचान बना चुका है अगर आप इसका नाम लेते हैं तो ऐसा नहीं है कि लोगों के लिए यह एक अनजाना ब्रांड है। लेकिन प्रतिस्पर्धा इतनी कड़ी है कि कोई भी खुद को विनर मानकर चुपचाप नहीं बैठ सकता।
जगुवार की दहाड़ पूरी भारत में सुनाई देने वाली है और इसकी शुरुआत लोनावला स्थित एंबे वैली के एयर स्ट्रिप से “द आर्ट ऑफ परफॉर्मेंस टूर” के नाम से हो चुकी है। हमने जगुआर के भारत के उपलब्ध हर कार को चलाया और यह जानने की कोशिश की आखिर क्यूं जगुआर की कारों की दीवानगी भारतीयों के सिर चढ़कर बोल रही है।
जगुआर लैंड रोवर इंडिया लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर व प्रेसीडेंट रोहित सूरी ने बताया कि,”द आर्ट ऑफ परफॉर्मेंस टूर वित्त वर्ष 17-18 की शुरुआत हमने ऑटो उत्साहियों की मुराद पूरी करने के लिए कर दी है। पिछले साल हमें काफी उत्साहजनक परिणाम इस आयोजन से मिले थे इसको देखते हुए अबकी बार आर्ट ऑफ परफॉर्मेंस को हम पूरे देश में आयोजित कर रहे हैं। यहां एंबे वैली में आप हमारी हर कार को देख सकते हैं जो हम भारत में बेच रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इसके जरिए जो हमारा मकसद है वह जगुआर के प्रशंसकों तक पहुंच जाएगा।
मौजूदा समय में जगुआर की ऑल न्यू एफ-फेस(सीबीयू के रूप में बिक रही इस कार की कीमत 68.40 लाख रुपये), एफ टाइप(शुरुआती कीमत 1.25 करोड़), लोकली मैन्यूफैक्चर्ड एक्सजे(शुरुआती कीमत 99.99 लाख), लोकली मैन्यूफैक्चर्ड एक्सई(शुरुआती कीमत 39.90 लाख) व लोकली मैन्यूफैक्चर्ड एक्सएफ(शुरुआती कीमत 47.50 लाख) रुपये से शुरू होती है। इन कारों को कंपनी देश में अपने 24 आधिकारिक डीलरों के माध्यम से बेच रही है।