लखनऊ. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुजरात चुनाव परिणाम पर कहा- “जनता के निर्णय का सम्मान करते हैं। भाजपा पूरे चुनाव में 150 सीट के जीत का दावा कर रही थी जबकि परिणाम इसके उलट रहे। 22 वर्ष सत्ता में रहने के बाद भी प्रधानमंत्री समेत भाजपा के मुख्यमंत्री और मंत्रीगण पूरे चुनाव में डटे रहे। सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करने के साथ-साथ चुनाव को प्रभावित करने के कई हथकंडे अपनाये गये।”
-अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर पर लिखा- “गुजरात में भाजपा का 2 अंकों में सिमट जाना उनके पतन की शुरुआत है। ये गांव, गरीब और ग्रामीण की उपेक्षा का नतीजा है। ये भाजपा की तथाकथित जीत है।”
-सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया- “अखिलेश यादव ने कहा है कि यह चुनाव देश की जनता के सामने एक उदाहरण है कि कैसे जनता को राजनीति से कोई वास्ता न रखने वाले क्रिया-कलापों से बहकाने का प्रयास किया जा सकता है।”
-इस चुनाव से भाजपा के जातिवादी और साम्प्रदायिक राजनीति का सच जनता के सामने आ गया हैं। इतना ही नहीं गुजरात चुनाव प्रचार में भाजपा नेताओं ने असंसदीय बयानों और बड़बोलेपन से अपनी राजनैतिक साख को गिरा दिया हैं। सी-प्लेन के माध्यम से चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया गया है।
-अखिलेश यादव ने कहा- “लोकतंत्र में असल ताकत जनता के हाथों में होती है इसलिए लोकतंत्र में उनके हित में फैसले लेने का काम करना निर्वाचित सरकारों का धर्म है।”
-2019 में परिवर्तन साफ दिखाई दे रहा है। भाजपा की अब कोई भी चाल जनता को गुमराह करने की काम नहीं आयेगी।
हिमाचल और गुजरात में हुई है भाजपा की जीत
-हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनावों के नतीजे सोमवार को आए। दोनों ही राज्यों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है। वहीं, कांग्रेस की सत्ता वाला राज्या भी कांग्रेस के हाथों से निकल गया है।
-बीजेपी ने गुजरात में 99 सीटें पर जीत दर्ज की है। हालांकि इस बार कांग्रेस ने भाजपा का कड़ी टक्कर दी है।