वाशिंगटन। 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में कथित रूस की मध्यस्थता की जांच करने वाली हाउस इंटेलीजेंस कमिटी को ट्रंप के प्रचार अभियान ओर रूस के बीच गठजोड़ को लेकर कोई सबूत नहीं मिला है। यह जानकारी रिपब्लिकन सदस्यों की बहुलता वाली संसदीय समिति ने आज दी।
एक साल लंबे जांच के पूरा होने की घोषणा करते हुए पैनल ने कहा कि मॉस्को ने चुनाव में हस्तक्षेप किया था लेकिन अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के निष्कर्ष को खारिज कर दिया जिसमें चुनाव को जीतने में डोनाल्ड ट्रंप के मदद की बात कही गयी थी।
सदन की खुफिया मामलों की समिति की ओर से जारी प्राथमिक रिपोर्ट में कहा गया कि ‘हमें ट्रंप प्रचार अभियान और रूसियों के बीच साठगांठ, सहयोग या साजिश का कोई सबूत नहीं मिला है।’ अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने कहा था क्रेमलिन समर्थिक हैकर्स ने वरिष्ठ डेमोक्रेट नेताओं के ईमेल हैक किये और हिलेरी क्लिंटन को हराने में ट्रंप की मदद करने के लिए उन्हें सार्वजनिक किया।
पैनल के अध्यक्ष डेविन नूंस ने कहा, ‘एक साल से अधिक समय तक इस जांच का काम अब कमिटी ने पूरा कर लिया है और अब हम रिपोर्ट पूरा करने के लिए काम करेंगे।‘ हमें उम्मीद है कि हमारे निष्कर्ष और सुझाव 2018 के मिडटर्म चुनावों में सिक्योरिटी को और बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
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