भारत पर 200 सालों तक राज करने वाले अंग्रेज यहां से खूब पैसा लूटकर ले गए और सोने की चिड़िया कहे जाने वाले हमारे देश को गरीब कर गए। लेकिन आज हम अर्थव्यवस्था के मामले में उनसे आगे निकल गए हैं। 150 सालों में पहली बार भारत अंग्रेजों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। इस बात का खुलासा सोमवार को एक फोर्ब्स पत्रिका की रिपोर्ट में हुआ है। इसकी पुष्टि खुद गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने भी ट्वीट कर की है। रिपोर्ट के अनुसार भारत की पिछले 25 सालों में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और ब्रिटेन में हुए ब्रेक्जिट के चलते पाउंड की कीमत पिछले 12 महीनों में कम हुई है। रिपोर्ट कहती है कि एक बार यह उम्मीद की जा रही थी कि भारत 2020 तक यूके की जीडीपी से आगे निकल जाएगा लेकिन पिछले 12 महीने में पाउंड की कीमत में गिरावट के चलते भारत ने यह मुकाम 2016 में ही हासिल कर लिया है। यूके की 2016 में 1.87 ट्रिलियन ग्रेट ब्रिटेन पाउंड(जीबीपी) की जीडीपी को एक डॉलर के मुकाबले पाउंड की 0.81 से कन्वर्ट करने पर यह 2.29 ट्रिलियन डॉलर होती है जबकि भारत की 153 ट्रिलियन रुपए की जीडीपी को एक डॉलर के मुकाबले 66.6 रुपए के हिसाब से कन्वर्ट करने पर यह 2.30 ट्रिलियन पाउंड हो जाती है।
दिलचस्प बात यह है कि 2011 में सेंटर ऑफ इकोनॉमिक एंड बिजनेस रिसर्च ने भविष्यवाणी की थी कि भारत 2020 तक दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा लेकिन हमने यह मुकाम 4 साल पहले ही हासिल कर लिया है।रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में यह गैप और बढ़ेगी क्योंकि उम्मीद है कि भारत 6-8 प्रतिशत की रफ्तार से विकास करेगा वहीं यूके 1-2 प्रतिशत की रफ्तार से। अगर करेंसी में उतार-चढ़ाव भी आता है तो भी इन आंकड़ों में बहुत ज्यादा अंतर नहीं आएगा। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने इस मौके को सेलिब्रेट करते हुए ट्वीट किया कि यूके को ओवरटेक करते हुए भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत से पहले जर्मनी, जापान, चीन और अमेरिका हैं। बता दें कि इस साल 8 अक्टूबर को आईएमएफ ने भी प्रेडिक्ट किया था कि भारत इस फिस्काल के अंत तक यूरोपियंस को पीछे छोड़ देगा।
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