बाराबंकी। अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी नेटवर्क के हिस्ट्रीशीटर तस्कर का पुलिस की मिलीभगत से पासपोर्ट जारी हो गया। एसपी को यह सनसनीखेज कारनामा पता चला तो उन्होंने फर्जी पुलिस रिपोर्ट का सत्यापन करने वाले जैदपुर थाने के चार मुंशियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। थाने से अन्य हिस्ट्रीशीटरों व दागियों के काफी संख्या में पासपोर्ट की पैरवी होने की आशंका पर एसपी अनिल कुमार ने विभागीय जांच शुरू करवा दी है।
शहीम नेपाल के जरिए अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ नेटवर्क में मार्फीन सप्लाई करता है। इसके पीछे काफी दिनों से पुलिस लगी है। थाने के मुंशियों ने थानाध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर से ऑनलाइन रिपोर्ट एलआइयू को भेज दी। एलआइयू ने भी पासपोर्ट को बिना सत्यापन कर लखनऊ भेज दिया। इसके बाद तस्कर का पासपोर्ट जारी हो गया। चर्चा यह है कि तस्कर शहीम का पासपोर्ट जारी होने के बाद से सुराग नहीं लग रहा है। शहीम के गांव टिकरा में चर्चा है कि वह पासपोर्ट के जरिए विदेश निकल गया है। हालांकि, एसपी का कहना है कि शहीम विदेश नहीं जा पाया है। घर से फरार है।
जैदपुर थाना क्षेत्र के ग्राम टिकरा निवासी शहीम पुत्र तसाउवर मार्फीन की तस्करी करता है। उसके खिलाफ जैदपुर और सतरिख थाने में नौ मुकदमों की हिस्ट्रीशीट है। जनवरी में नेपाल के दो तस्करों को जैदपुर पुलिस ने पकड़ा था, जिन्होंने बताया था कि वे मार्फीन मो. शहीम का घर से लाते हैं। पुलिस शहीम को पकडऩे में जुट गई थी। जब शहीम को पता चला कि पुलिस उसके पीछे लगी है तो वह जैदपुर थाने के मुंशी विवेक मिश्रा, अजीत पांडे, प्रतिभा व मुकेश श्रीवास्तव से मिला और उनसे अपना पासपोर्ट बनवाने में मदद के लिए कहा। ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी हुई और पुलिस सत्यापन के लिए पासपोर्ट की फाइल जैदपुर थाने गई।
यहां इन मुंशियों ने थानाध्यक्ष रत्नेश सिंह के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर रिपोर्ट एलआइयू को अग्रसारित कर दी। एलआइयू ने भी रिपोर्ट को पुलिस के सत्यापन के आधार पर लखनऊ भेज दिया। जहां से उसे 20 जनवरी को पासपोर्ट जारी हो गया था। गांव में जब चर्चा हुई कि शहीम विदेश भाग गया है तो इसकी सूचना एसपी अनिल कुमार ङ्क्षसह को मिली। जांच हुई तो फर्जीवाड़े का पता चला। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने चार मुंशियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जांच अपर पुलिस अधीक्षक और सीओ सदर को सौंप दी है।