फिल्म अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि जेएनयू में हुई हिंसा ठीक नहीं है। इस तरह के वाकयों से तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि वह सुबह से इस खबर पर ध्यान दिए हुए हैं, किसने किया, क्यों किया यह नहीं पता लेकिन हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकती है।
अपनी आने वाली फिल्म ‘तानाजी: द अनसंग वॉरियर’ के प्रमोशन के लिए दिल्ली आए अभिनेता अजय ने कहा कि सारी बातें सही तरह से पता हुए बिना कुछ भी कहना तो उचित नहीं है लेकिन हिंसा बिल्कुल भी सही नहीं है। ऐसी बातों से देश को नुकसान पहुंचता है।
अजय देवगन का कहना था कि तानाजी एक कोशिश है उन भूले बिसरे योद्धाओं की, जिन्होंने अपनी पारिवारिक खुशियों को दरकिनार कर अपनी जान देश पर कुर्बान कर दी।
स्कूल की किताबों में तानाजी पर एक छोटा सा अध्याय होता था। मैंने जब उनके बारे में जाना तो सोचा कि वो लोग कैसे होंगे, जिन्होंने देश के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया।
उसी समय तय किया कि ऐसे योद्धा की कहानी सिर्फ एक राज्य की सीमा तक नहीं रहनी चाहिए। देश को यह पता चलना चाहिए कि ऐसे योद्धाओं ने कैसे बलिदान दिए हैं।
ऐसे अनेक योद्धा हैं जिनकी कहानियों को और बड़े तौर पर बताए जाने की जरूरत है। अनसंग वॉरियर्स पर हमने सीरीज प्लान की है। ऐसा भी नहीं है कि ये बस युद्ध में लड़ने वाले योद्धा ही होंगे, हम देश और समाज के लिए किसी भी स्तर पर अपना योगदान देने वाले लोगों को इसमें शामिल करेंगे।