देश के सबसे गरीब माने जाने वाले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने गुवाहाटी से बेंगलुरु तक का सफर ट्रेन से किया। अपनी सादगी के लिए प्रसिद्ध माणिक को बागलकोट पहुंचना था। आयोजकों के मुताबिक उन्होंने मुख्यमंत्री मणिक के लिए फ्लाइट का टिकट कराने का प्रस्ताव भी भेजा था, लेकिन मुख्यमंत्री ने उसे ठुकरा दिया।
बेंगलुरु पहुंचने के बाद कूडला संगमा का दौरा करने के लिए उन्होंने राज्य सरकार की गाड़ी में किया। मुख्यमंत्री माणिक रविवार को लिंगायत पंच्मशली महापीठ मठ के कार्यक्रम में बासवा कृषि अवॉर्ड लेने पहुंचे थे।
अवॉर्ड में माणिक को एक लाख रुपए मिले जिसे उन्होंने पार्टी फंड में डोनेट कर दिया। एक चश्मदीद के मुताबिक जब मंदिर के पुजारियों ने उन्हें फूलों की माला पहनानी चाही तो उन्होंने विनम्रता से मना करते हुए कहा कि वह इस सम्मान के हकदार नहीं हैं। माणिक सरकार चौथी बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री हैं।