मुंबई: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर ने कहा कि उन्हें लगता है कि समीर वानखेड़े अनुसूचित जाति के हैं, इसके एक दिन बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक ने सोमवार को कहा कि हलदर के खिलाफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से शिकायत की जाएगी।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री मलिक ने एएनआई को बताया, ”एनसीएससी के उपाध्यक्ष ने एनसीएम मुंबई जोनल निदेशक के आवास का दौरा किया और उन्हें क्लीन चिट दी। हलदर को जांच करनी चाहिए थी और विस्तृत रिपोर्ट देनी चाहिए थी। हम उसके बारे में राष्ट्रपति से शिकायत करेंगे।”
हलदर ने रविवार को वानखेड़े से मुलाकात की, जिन पर एससी कोटे के माध्यम से भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में फर्जी जाति दस्तावेज लाने का आरोप है।
वानखेड़े से मुलाकात के बाद हलदर ने कहा कि एनसीबी अधिकारी के अच्छा काम करने के बावजूद एक मंत्री ने उन पर और उनके परिवार पर निजी हमला किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र इस बात की जांच करेगा कि महाराष्ट्र के मंत्री वानखेड़े और उनके परिवार पर हमला क्यों कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ”एक अधिकारी अपना कर्तव्य निभा रहा है और विभाग को गौरवान्वित कर रहा है, तो कोई मंत्री व्यक्तिगत रूप से उन पर और उनके परिवार के सदस्यों पर कैसे हमला कर सकता है? सरकार को इस बात की जांच करनी चाहिए कि वह ऐसा क्यों कर रहे हैं।”
वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने बताया कि एनसीएससी के अधिकारी ने उनके पति के मूल जाति दस्तावेज की जांच करने के लिए दौरा किया।
गौरतलब है कि मलिक ने वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महाराष्ट्र के मंत्री ने एनसीबी अधिकारी पर यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद एससी कोटे से नौकरी दिलाने के लिए उनके जाति प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि वानखेड़े जन्म से मुसलमान हैं।
नवाब मलिक ने लगाए देवेंद्र फडणवीस पर आरोप
नवाब मलिक फिर मीडिया के सामने आए और इस बार सीधे पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर ड्रग रैकेट को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ड्रग पैडलर के बीजेपी नेता के साथ संबंध है और पूरे महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडणवीस के इशारे पर ही ड्रग्स का धंधा चलता आ रहा है।
इसके साथ ही मलिक ने पूछा का आखिर क्यों केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले खुद समीर वानखेड़े के परिवार से मिले? उन्होंने कहा कि आरोपी का समर्थन करना दुर्भाग्यपूर्ण है।