हमारे शरीर में फाइबर स्पंज की तरह काम करता है. यह नैचुरल तरीके से शरीर की सफाई करने में मदद करता है. इसलिए एक्सपर्ट कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और वजन कम करने के लिए उच्च फाइबरयुक्त डाइट की सलाह देते है. फाइबर अर्थात रेशा हमारे फ़ूड का खास हिस्सा होना चाहिए. बता दे कि अलसी, आलू, बुखारा, चोकर, साबुत अनाजों व फलियों में मौजूद फाइबर आंतों को मजबूत बनाता है. ब्रेकफास्ट में होलग्रेन ब्रेड टोस्ट, ताजे फल व फाइबरयुक्त पदार्थ जैसे दलिया का उपयोग करे. हो सके तो रोटियां चोकर सहित बनाए. खाने में बादाम और अंकुरित भोजन की मात्रा को बढ़ाए. बींस में सबसे अधिक फाइबर होता है. चाहे तो एक कप राजमा और लोबिया में 15 ग्राम से अधिक फाइबर होता है. दालों में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है. हरी पत्तेदार सब्जियों में लोह तत्व, बीटा केरोटीन और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते है. नाशपती और सेब में भी फाइबर होता है. बादाम, पिस्ता और अखरोट में सिर्फ प्रोटीन ही नहीं फाइबर भी होता है. ओट्स में भी फाइबर होता है, इसमें आयरन, प्रोटीन और विटामिन बी 1 भी पाया जाता है. अलसी के बीज में फाइबर होते है, साथ ही इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड के अलावा कैंसररोधी तत्व भी पाए जाते है. इनके बीजो को पीस कर दही व सलाद के साथ खाया जा सकता है.

डाइट में ये फ़ूड शामिल कर पूरी करे फाइबर की कमी

हमारे शरीर में फाइबर स्पंज की तरह काम करता है. यह नैचुरल तरीके से शरीर की सफाई करने में मदद करता है. इसलिए एक्सपर्ट कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और वजन कम करने के लिए उच्च फाइबरयुक्त डाइट की सलाह देते है. फाइबर अर्थात रेशा हमारे फ़ूड का खास हिस्सा होना चाहिए. बता दे कि अलसी, आलू, बुखारा, चोकर, साबुत अनाजों व फलियों में मौजूद फाइबर आंतों को मजबूत बनाता है.हमारे शरीर में फाइबर स्पंज की तरह काम करता है. यह नैचुरल तरीके से शरीर की सफाई करने में मदद करता है. इसलिए एक्सपर्ट कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और वजन कम करने के लिए उच्च फाइबरयुक्त डाइट की सलाह देते है. फाइबर अर्थात रेशा हमारे फ़ूड का खास हिस्सा होना चाहिए. बता दे कि अलसी, आलू, बुखारा, चोकर, साबुत अनाजों व फलियों में मौजूद फाइबर आंतों को मजबूत बनाता है.  ब्रेकफास्ट में होलग्रेन ब्रेड टोस्ट, ताजे फल व फाइबरयुक्त पदार्थ जैसे दलिया का उपयोग करे. हो सके तो रोटियां चोकर सहित बनाए. खाने में बादाम और अंकुरित भोजन की मात्रा को बढ़ाए. बींस में सबसे अधिक फाइबर होता है. चाहे तो एक कप राजमा और लोबिया में 15 ग्राम से अधिक फाइबर होता है. दालों में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है. हरी पत्तेदार सब्जियों में लोह तत्व, बीटा केरोटीन और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते है. नाशपती और सेब में भी फाइबर होता है. बादाम, पिस्ता और अखरोट में सिर्फ प्रोटीन ही नहीं फाइबर भी होता है.  ओट्स में भी फाइबर होता है, इसमें आयरन, प्रोटीन और विटामिन बी 1 भी पाया जाता है. अलसी के बीज में फाइबर होते है, साथ ही इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड के अलावा कैंसररोधी तत्व भी पाए जाते है. इनके बीजो को पीस कर दही व सलाद के साथ खाया जा सकता है.

ब्रेकफास्ट में होलग्रेन ब्रेड टोस्ट, ताजे फल व फाइबरयुक्त पदार्थ जैसे दलिया का उपयोग करे. हो सके तो रोटियां चोकर सहित बनाए. खाने में बादाम और अंकुरित भोजन की मात्रा को बढ़ाए. बींस में सबसे अधिक फाइबर होता है. चाहे तो एक कप राजमा और लोबिया में 15 ग्राम से अधिक फाइबर होता है. दालों में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है. हरी पत्तेदार सब्जियों में लोह तत्व, बीटा केरोटीन और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते है. नाशपती और सेब में भी फाइबर होता है. बादाम, पिस्ता और अखरोट में सिर्फ प्रोटीन ही नहीं फाइबर भी होता है.

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ओट्स में भी फाइबर होता है, इसमें आयरन, प्रोटीन और विटामिन बी 1 भी पाया जाता है. अलसी के बीज में फाइबर होते है, साथ ही इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड के अलावा कैंसररोधी तत्व भी पाए जाते है. इनके बीजो को पीस कर दही व सलाद के साथ खाया जा सकता है.

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