मोदी सरकार नोटबंदी के बाद से डिजिटल इंडिया अभियान को आगे बढ़ा रही है। डिजिटल इंडिया से देश के हर वर्ग को जोड़ने के लिए सस्ते कीमत वाले 4जी स्मार्टफोन जल्दी ही लॉन्च हो सकते हैं। केंद्र सरकार ने पिछले दिनों सस्ते 4जी स्मार्टफोन की जरूरत बताई थी। इस पर दो स्वदेशी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों का कहना है कि वे 1 महीने के भीतर 2,000 रुपये तक का 4जी स्मार्टफोन मुहैया करा सकती हैं। कार्बन और इंटेक्स का कहना है कि नीति आयोग की इच्छा के मुताबिक वह ये मोबाइल तैयार कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए ऑर्डर का साइज और प्रॉडक्ट को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की नीति महत्वपूर्ण होगी।
हालांकि 2,000 रुपये तक की कीमत वाले इन स्मार्टफोन्स की बैट्री, कैमरा और प्रॉसेसर बहुत उन्नत नहीं होंगे। हाल ही में स्वदेशी मोबाइल निर्माता कंपनियों कार्बन, लावा, इंटेक्स और माइक्रोमैक्स के साथ मीटिंग में नीति आयोग ने ऐसा 4जी फोन लाने की जरूरत पर जोर दिया था, जो सबकी पहुंच में हो। इस पर कार्बन मोबाइल मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप जैन ने कहा, ‘हम एक महीने के भीतर लो-बजट 4जी फोन मार्केट में ला सकते हैं। लेकिन सरकार को कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी स्थिति साफ करनी होगी। इनमें से एक यह भी है कि सरकार किस तरह से इस प्रॉजेक्ट को सहयोग करेगी।’
इंटेक्स मोबाइल्स की डायरेक्टर निधि मार्कंडेय ने कहा कि हमारी कंपनी पहले ही 2,000 रुपये तक में स्मार्टफोन बेच रही है। निधि ने कहा, ‘लेकिन यह डिवाइस 2जी नेटवर्क पर काम करती हैं। 3जी और 4जी की पहुंच बढ़ रही है और सरकार यदि सपॉर्ट करती है और डिमांड मजबूत होती है तो हम उसके मुताबिक भी सस्ते स्मार्टफोन बनाने के काम में जुटेंगे।’
फिलहाल इंटेक्स की ओर से 2,500 से 5,000 रुपये तक में 3जी स्मार्टफोन बेचे जा रहे हैं। इसके अलावा 4,000 से 10,000 रुपये तक में 4जी स्मार्टफोन भी कंपनी बेच रही है। निधि ने कहा, ‘हमारे पास 2,000 रुपये में भी 4जी फोन तैयार करने की क्षमता है। लेकिन, यह इस निर्भर करता है कि ऑर्डर कितना बड़ा मिलता है। इसके अलावा कितनी तेजी से 3जी और 4जी नेटवर्क गांवों में पहुंचता है।’ हालांकि इस मामले में माइक्रोमैक्स और लावा ने कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है।