स्ट्रेसफुल लाइफ में करें स्ट्रेस बस्टर का काम- स्पा में होने वाली मसाज से प्रैशर कम होता है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं। इसके लिए आप बस किसी वैलनेस व फिटनेस सेंटर में जाकर स्पा के कई सुख-साधन जैसे ज़कूज़ी स्टीम, शॉवर या सॉना में बैठकर खुद को स्ट्रेस फ्री फील करवा सकते हैं। स्पा के जरिए शरीर को रिलैक्स मिलने से रात में अच्छी नींद आती है, जिससे अनिद्रा की समस्या भी दूर होती है। इतना ही नहीं बहुत सारे स्पा में तो स्लीप थैरेपी प्रोग्राम्स की भी व्यवस्था की जाती है।
डिटॉक्स- बहुत सारी सर्विस से डिटॉक्सीफिकेशन का प्रॉसैस बढ़ता है जिससे बॉडी के टॉक्सिन्स और द्रव्य पदार्थ बाहर निकलते हैं जिनके कारण शरीर में कब्ज़, ऊर्जा कम होना, सूजन व पानी की कमी हो जाती हैं। रक्त संचार व रक्त चाप में सुधार- हीट थैरेपी, हाइड्रोथैरेपी, मसाज व आदि से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है साथ ही ब्लड प्रैशर में नियंत्रित रहता है।
साइकोलॉज़िकल बेनीफिट्स- मसाज के जरिए टच थैरेपी प्राप्त होने से खुद को भावनात्मक व साइकोलॉजिकल फायदे भी होते हैं।
दर्द में कार्यरत्त- स्पा की कई सारी सर्विस से दर्द में भी राहत मिलती है। कुछ ट्रीटमेंट से तो गठिया व तंत्रिका से संबंधित समस्याओं में भी आराम मिलता है।
सांस की दिक्कत से निजात- सॉना, स्टीम व अन्य हीट संबंधी थैरेपी व मसाज से सांस लेने की दिक्कत भी कम होती है।
शारीरिक गतिविधियों में इजाफा- हीट थैरेपी, हाइड्रोथैरेपी व मसाज से जोड़ो को आराम पहुंचता है जिससे शारीरिक तौर पर आप खुद को फिट महसूस करते हैं। योगा से शरीर में लचक आती है, तो अगली बार स्पा के सेंशन लेने से पहले उसके ये अद्भुत फायदे सोचकर आएं और फिर उन्हें अनुभव करें।