डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने देश में समानता कायम करने के लिए संविधान में सभी को मतदान करने का अधिकार दिलाया था। इसलिए जरूरी है कि सभी अपने मतदान का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत करें। परिनिर्वाण दिवस पर अम्बेडकर महासभा में आयोजित कार्यक्रम में मंगलवार को ये बातें राज्यपाल राम नाईक ने कहीं। उन्होंने कहा कि विधान सभा में इस बार शत-प्रतिशत मतदान वाले केन्द्रों का सम्मानित किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन ने कहा था कि एक शिक्षित महिला के होने से पूरा परिवार शिक्षित होता है। इस बात को व्यवहार में लाने के लिये बाबा साहब ने इसे जन आन्दोलन का रूप दिया तथा महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया। जनतंत्र में महिला समानता सबसे बड़ी उपलब्धि है। इस मौके पर राज्यपाल ने समाजसेवा करने के लिए विद्या गौतम एवं पुष्पा वाल्मिकी को अम्बेडकर रत्न से सम्मानित किया गया। उन्हें शाल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र दिया गया।
इस अवसर पर हरीश चन्द्र, अनीस अंसारी, न्यायमूर्ति खेमकरन सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। दलितों के विकास में खर्च हो जमा धन : कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि नोट बंदी के बाद बैंकों में बहुत अधिक धन जमा हुआ है। इसका एक भाग केन्द्र सरकार पिछड़ों व दलितों के विकास के लिए खर्च कर सकती है। उन्होंने कहा कि जवाहरबाग काण्ड के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया था कि प्रदेश की सरकारी जमीनों पर श्वेत पत्र जारी किया जाए। इसके बाद उसे अवैध कब्जे से मुक्त कराकर भूमिहीनों को वितरित किया जा सकता है।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि जयललिता ने महिलाओं को आगे बढ़ाने का एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। वह तमिलनाडु की लोकप्रिय नेता थी। बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की : डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 61 वें परिनिर्वाण दिवस पर अखिल भारतीय अम्बेडकर वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के सामने श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने देश के प्रति उनके योगदान को याद किया।